` हद है, बिना पहचान पत्र काम कर रहे उत्तराखंड में पुलिस कर्मी

हद है, बिना पहचान पत्र काम कर रहे उत्तराखंड में पुलिस कर्मी

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इंडिया न्यूज़ सेंटर, देहरादून । उत्तराखंड में पुलिस कर्मियों को पहचान पत्र नहीं होने पर दूसरे प्रदेश में जांच कार्यों पर जाने में फजीहत झेलनी पड़ रही है। अन्य प्रदेश की पुलिस पहचान पत्र मांगती है लेकिन पहचान पत्र नहीं होने पर उन्हें टरका दिया जाता है। ऐसे में ये खाकीधारी अंदर ही अंदर प्रदेश के पुलिस सिस्टम को कोस रहे हैं। कब कितनी हुए भर्ती 2011 1450 2012 2150 2014 1000 डीजीपी हैं मामले से अनजान! प्रदेश के करीब 4600 खाकी धारियों के पहचान पत्र नहीं होने जैसे गंभीर मामले के बारे में डीजीपी भी अभी तक अनजान हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अभी डीजीपी के संज्ञान में ये मामला नहीं है। जिसके चलते ये अहम आदेश अटका है। सुरक्षा में बड़ी चूक प्रदेश में आतंकी गतिविधियां सामने आ रही हैं। लेकिन प्रदेश के सिपाहियों को पहचान पत्र न मिलना प्रदेश की सुरक्षा में एक बड़ी चूक है। ये चूक प्रदेश के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। बावजूद सरकारी मशीनरी अभी तक जाग नहीं रही है। केस नंबर एक रुड़की से पुलिस का सिपाही एक मामले में जांच के लिए दिल्ली पहुंचा था। दिल्ली पुलिस ने सिपाही से उत्तराखंड पुलिस का पहचान पत्र मांगा लेकिन पहचान पत्र न होने पर उसे कुछ बताने से इनकार कर दिया। इसके बाद सिपाही ने अपने पुलिस अफसर से बात कराई तो सूचना दी गई। केस नंबर दो स्वतंत्रता दिवस के दिन रुड़की पुलिस के सिपाही वर्दी में बीईजी परिसर के अंदर जा रहे थे। बीईजी के जवानों ने सुरक्षा की दृष्टि से गेट पर उनसे पहचान पत्र मांगा, लेकिन पहचान पत्र न होने पर सिपाहियों की अंदर इंट्री नहीं हो पाई और उन्हें वापस लौटना पड़ा। पकड़ा जा चुका है फर्जी दारोगा अर्द्धकुंभ के समय हरिद्वार में पुलिस ने एक फर्जी दारोगा को पकड़ा था लेकिन इसके बाद भी पुलिस अफसरों ने संज्ञान नहीं लिया। पहचान पत्र न मिलने वाले सिपाहियों का कहना है कि वह डर कर ड्यूटी कर रहे हैं। उनके पास पहचान पत्र नहीं है। अगर ये बात आम आदमी को पता चल जाए तो वे क्या मुंह दिखाएंगे। ये हो रही परेशानी - दूसरे प्रदेश में जांच में नहीं मिल रही सूचना। - वीआईआपी ड्यूटी के समय सर्किल में नहीं होती इंट्री। - दूसरे प्रदेश में कैदी के बारे में जेल से नहीं मिलती जानकारी। - दूसरे प्रदेश में दबिश के समय हो रही परेशानी। - पुलिस के सिपाहियों के लिए पहचान पत्र के रूप में स्मार्ट कार्ड बनाये जा रहे हैं। पुलिस विभाग सभी को पहचान पत्र देती है। सभी सिपाहियों से पहचान पत्र बनाने के लिए कहा गया है। आजकल भी पहचान पत्र बनाए जा रहे हैं। जीएस मर्तोलिया पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक
उत्तराखंड में पुलिस कर्मी

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Source: INDIA NEWS CENTRE

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