इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः पनामा पेपर्स लीक मामला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार के लिए गले की फांस बन गया है। पनामा पेपर लीक मामले में नवाज के खिलाफ जांच पूरी हो चुकी है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला नवाज के राजनीतिक भविष्य को खतरे में डाल सकता है। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, अगर ऐसा हुआ तो उनके छोटे भाई शहबाज उनकी जगह ले सकते हैं। लेकिन ऐसा तब संभव है जब शहबाज नेशनल असेंबली सीट से चुने जाते हैं और इस पूरी प्रक्रिया के लिए 45 दिनों का समय लगेगा। तब तक पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के रक्षा मंत्री ख्वाजा असिफ अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर पीएम पद संभाल सकते हैं। वहीं यह भी माना जा रहा है कि पार्टी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ तमाम कानूनी विकल्पों पर भी विचार कर रही है। मामले की सुनवाई कर रही तीन जजों को पीठ, जस्टिस एजाज अफजल, जस्टिस शेख अजमत सईद और जस्टिस एजाजुल एहसान ने फैसले की तारीख की घोषणा नहीं की है। जस्टिस सईद ने बताया कि फैसला सुनाते वक्त कोर्ट किसी कानून को नजरअंदाज नहीं करेगा। उन्होंने कहा, अदालत याचिकाकर्ताओं व प्रतिक्रिया देने वालों के मौलिक अधिकारों के प्रति सजग हैं। गौरतलब है कि पिछले साल पनामा पेपर्स लीक में नवाज शरीफ व उनके परिवारवालों के नाम का खुलासा होने के बाद से ही पाकिस्तान में विपक्षी दलों की ओर से प्रधानमंत्री पद से शरीफ को हटाए जाने की मांग हो रही है।