-पाक में अालू पर लगी रोक को हटाया जाए
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधरः
सरकार की गलत नीतियों के कारण राज्य में अालू उत्पादक लगातार घाटे में जा रहे हैं। मौजूदा समय के दौरान अालू उत्पादक किसान को प्रति एकड़ 35 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस में जालंधर पोटेटो ग्रोवरस असोसिएशन ने दी। एसोसिशन के प्रधान गुराज सिंह निज्झर व प्रेस सचिव जगत गिल धमणवाल ने कहा कि अगर 15 जून तक सरकार ने उनकी मांगें न मानी तो मजबूरन उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
निज्झर ने कहाकि इस समय पंजाब के अालू अत्पादन अधिक है। किसानों को अालू प्रति किलो 6 रूपए का खर्च पड़ रहा है जबकि मार्केट में अालू महज अढा़ई रुपए बिक रहा है। इसके कारण अालू उत्पादक घाटे में है। मौजूदा समय के दौरान एमपी में अालू 9 से 11 रुपए बिक रहा है। अगर सरकार किसानों की सही में हितैशी है तो उन्हें अालू को दूसरे राज्यों तक पहुंचाने के लिए ट्रेन में केले की तरह सुविधा मुहैया करवाई जाए। मौजूदा समय के दौरान अालू को ट्रक की मदद से दूसरे प्रदेशों में लेकर जाया जा रहा है, जिस कारण बीच रास्ते में अालू गर्मी व अधिक दिनों के सफर में खराब हो जाता है। यही नहीं ट्रक की मदद से अालू लेकर जाने में खर्च भी अधिक अाता है।
उन्होंने कहा कि अगर भारत से पाकिस्तान में फल, प्याज व अन्य वस्तुअों का अान-प्रदान किया जा सकता है तो अालू पर अभी तक रोक क्यों लगाई गई है। प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी को अालू के रोक लगानी चाहिए। इस समय सरकार को चाहिए कि वह कर्जे की मार झेल रहे किसानों को राहत दी जाए। कृषि सेक्टर को जीएसटी सेक्टर से भी बाहर रखने की मांग की है। इस दौरान प्रितपाल सिंह, अशविन्दर पाल सिंह, रविन्दर सिंह, हरसुलिंदर सिंह, दविन्दर सिंह, जुगराज सिंह, रघुवीर सिंह तथा अन्य मौजूद थे।