नगर निगम के डेंगू-मलेरिया से निपटने के दावे खोखले
मार्च में सेहत विभाग ने निगम को बताए थे क्रिटिकल एरिया
जितेंद्र शर्मा,पठानकोटः
डेंगू-मलेरिया से निपटने की तैयारी मुकम्मल करने का दावा करने वाला नगर निगम दो महीने में डेंगू-मलेरिया के आठ क्रिटिकल एरिया में फॉगिंग भी नहीं करवा सका है। यह क्रिटिकल एरिया सेहत विभाग ने नगर निगम को बताए थे और यहां फॉगिंग की अति आवश्यकता बताई थी। लेकिन दो महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी नगर निगम ने फॉगिंग का काम पूर्ण करके सेहत विभाग को कोई जानकारी नहीं दी है। पिछले साल शहर के जो इलाके सबसे अधिक डेंगू-मलेरिया की चपेट में रहे थे। उन इलाकों को सेहत विभाग ने क्रिटिकल घोषित किया था। निगम के विभिन्न वार्डों के इन 8 इलाकों को क्रिटिकल बताते हुए सेहत विभाग ने निगम को 14 मार्च को एक लेटर भेजकर फॉगिंग करने को कहा था। इन इलाकों में मॉडल टाऊन, कॉलेज रोड, हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी, राम शरणम कॉलोनी, सैली कुलियां, आनंदपुर रड़ा, लमीनी व काजीपुर शामिल हैं। सेहत विभाग ने लेटर में कहा था कि पिछले साल इन इलाकों से 80 डेंगू के मरीज, 150 से ज्यादा मलेरिया के मरीज और 4 चिकनगुनिया के मरीज मिले थे। इसलिए निगम को इन इलाकों को क्रिटिकल मानते हुए यहां फ ॉगिंग का काम जोरों से शुरू कर देना चाहिए। सेहत विभाग की चेतावनी के बाद नगर निगम ने फॉगिंग का काम शुरू तो कर दिया था। लेकिन दो महीने बाद भी नगर निगम आठ इलाकों में फॉगिंग का काम खत्म नहीं कर सका है। वहीं इन आठ इलाकों के इलावा शहर के दूसरे हिस्सों में भी फॉगिंग की रफ्तार धीमी ही है। कई वार्डों में एक बार भी फॉगिंग अब तक नहीं हो सकी है। जबकि आमतौर पर फॉगिंग का काम मार्च महीने के अंत से ही शुरू कर दिया जाता है।
निगम ने नहीं दी कोई जानकारी
सेहत विभाग का कहना है कि नगर निगम ने क्रिटिकल एरिया में काम खत्म होने की कोई जानकारी अब तक नहीं दी है। सिविल सर्जन डॉ नरेश कांसरा ने कहा कि मार्च में निगम को पत्र लिखकर चेताया गया था। लेकिन अब तक काम पूरा हुआ या नहीं इस बारे कोई जानकारी नहीं दी गई है।
स्टाफ की कमी से प्रभावित हो रहा काम
वहीं नगर निगम के हेल्थ अफसर डॉ एनके सिंह का कहना है कि फॉगिंग का काम जारी है। क्रिटिकल के अलावा सामान्य वार्डों में भी फॉगिंग की जा रही है। हर वार्ड में 15 दिन बाद फॉगिंग होती है। उन्होनें कहा कि फॉगिंग के नोडल अधिकारी बनाए गए चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर का तबादला हो गया है। और भी क ई कर्मचारियों के तबादले हुए हैं। जिस कारण फॉगिंग का काम प्रभावित हो रहा है।
अब तक मिल चुके हैं 16 संदिग्ध मरीज
जिले में डेंगू संदिग्ध 16 मरीज मिल चुके हैं। यह आंकड़ा सिविल अस्पताल का है। निजी अस्पताओं में भी कुछेक मरीज दाखिल हैं। सेहत विभाग ने निजी अस्पतालों से भी डेंगू-मलेरिया के मरीजों की जानकारी देने को कहा है। बता दें कि पिछले साल जिले में दो लोगों की डेंगू से मौत हो गई थी।
गंबूजिया के जिम्मे है मच्छर का खात्मा
सेहत विभाग की ओर से मच्छर के लारवे को जलाशयों से खत्म करने के लिए गंबूजिया मछली जलाशयों में छोड़ी गई है। नगर निगम द्वारा फॉगिंग का काम धीमी रफ्तार में करने की स्थिति में मच्छर के खात्मे का काम गंबूजिया मछली के जिम्मे है।