PUNJAB CM WELCOMES LONDON MAYOR’S SUGGESTION THAT UK GOVT SHOULD APOLOGISE FOR JALLIANWALA MASSACRE
इंडिया न्यूज सेंटर,अमृतसर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लंदन के मेयर द्वारा ब्रिटिश सरकार जलियांवाला बाग नरसंहार के संबंध में ब्रिटिश सरकार द्वारा माफी मांगने के परामर्श का स्वागत किया है। बुधवार को यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जलियांवाला बाग की घटना पर लंदन के मेयर सादिक खान द्वारा की गई टिप्पणी के विषय में सुना है और इस मामले संबंधी उनकी भावना संबंधी जानकारी बहुत खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि यदि ब्रिटिश सरकार के पदाधिकारी द्वारा दिये गये इस परामर्श पर अमल किया जाता है तो यह बहुत बढिय़ा होगा और इससे भारत और ब्रिटेन के संबंध और मज़बूत होंगे तथा इससे स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीयों को मिले गहरे घावों पर कुछ हद तक मलहम लगेगी। इससे पहले मंगलवार रात को यहा मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए रात्रि भोज के अवसर पर दोनों नेताओं ने मुलाकात की। बैठक में आपसी हितों के विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान सादिक ख़ान ने लंदन और पंजाब के मध्य निकट और भावुक संबंधों पर ज़ोर दिया। लंदन में बहुत बड़ी संख्या में पंजाबी प्रवासी होने का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों पक्षों में मज़बूत संबंध हैं जिनको वह लगातार और मज़बूत करने की कोशिश कर रहे हैं। क्रिकेट में पंजाब और इंग्लैंड के संयुक्त हितों को दिखाने के लिए लंदन के मेयर ने मुख्यमंत्री तथा कैबिनेट मंत्री और अमृतसर से चुने हुए विधायक नवजोत सिंह सिद्धू को क्रिकेट बॉल भेंट की। इस दौरान अमृतसर जिले के विधायकों ने लंदन के मेयर को एक ज्ञापन सौंपा जिससे निजी और कारोबारी सैलानियों की सुविधा के लिए पंजाब के पवित्र शहर अमृतसर और लंदन के बीच सीधी ब्रिटिश एअरवेज की उड़ान शुरू करने की मांग की। ज्ञापन में विधायकों ने कहा है कि प्रत्येक वर्ष 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालू दरबार साहिब में माथा टेकने के लिए आते हैं। अमृतसर पंजाबियों और विदेशी सैलानियों के लिए प्रिय स्थल है। अमृतसर हवाई अड्डा और समूचा पंजाब क्षेत्र, उत्तरी अमेरिका, यूरोप (यूके, जर्मनी और मिलान सहित) और आस्ट्रेलिया से बड़े स्तर पर आते अंतरराष्ट्रीय यातायात का केंद्र है परंतु मौजूदा समय में हवाई अड्डे पर सीधी उड़ानें आने की बहुत अधिक कमी है। इसके परिणामस्वरूप बहुत से लोगों को सडक़ द्वारा लंबा सफऱ तय करके दिल्ली-लंदन या दिल्ली-बरमिंघम उड़ान लेनी पड़ती है। यदि सीधी उड़ान हो तो ये सभी लोग सीधे तौर पर लंदन-अमृतसर के बीच बिना रुकावट से सफऱ कर सकते हैं । इस ज्ञापन में कहा गया है कि इससे व्यापार में बड़ा विस्तार होगा जिससे दुनिया भर में रह रहे पंजाबियों के लिए ब्रिटिश एअरवेज अधिक लोकप्रिय हो जायेेगी। इसके अलावा सौंपे ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि अमृतसर -लंदन की सीधी उड़ान से ब्रिटिश एअरवेज दुगना व्यापार करेगा। एक उड़ान यूरपीयन शहरों को और दूसरी अमृतसर से उत्तरी अमेरिका सैक्टर को हो सकेगी। इसमें आगे कहा गया है कि ब्रिटिश एअरवेज द्वारा टोरंटो, वैनकूवर, कैलगरी, सैन फ्रांसिस्को, न्यूयार्क, डेट्रोइट, बरमिंघम, लंदन, फ्रेंकफर्ट, मिलान और अन्य अंतरराष्ट्रीय स्थानों के लिए सेवा प्रदान की जा सकेगी।ज्ञापन में विधायकों ने आगे कहा कि उत्तरी अमेरिका, यूरोप, आस्ट्रेलिया, दक्षिण पूर्वी एशिया और मध्य पूर्व के देशों में 6 मिलियन से अधिक पंजाबी बसेे हैं। इनको श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अमृतसर (ए.टी.क्यू) से सेवाऐं मुहैया करवाई जा सकती है। यह हवाई अड्डा दिल्ली एयरपोर्ट के बाद उत्तरी भारत का दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है जिसकी लंबाई 12000 फुट है। यह लंबाई सभी विशाल उपकरणों के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई ऑपरेशन और व्यापक हवाई जहाजों की विशाल श्रृंखला के लिए समर्थ है। इसका प्रयोग दिल्ली हवाई अड्डे के प्रतिस्थापन के तौर पर किया जाता है विशेषकर जाड़े व धुंध के समय। इस ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि हवाई अड्डे के सभी संगठित टर्मिनल बिल्डिंग में विश्व स्तरीय सुविधाएं हैं। हवाई अड्डा वर्तमान समय में कतर एअरवेज, एयर इंडिया, सपाईसजैट, मलिंदोयर, फलाईस्कोत, तुर्कमेनिस्तान और उजबेक एअरलाईनों के कई अंतरराष्ट्रीय शहरों के साथ जुड़ा हुआ है। इसके अलावा यहां से दिल्ली हवाई अड्डे को बहुत सी उड़ानें जातीं हैं जिनमें एयर इंडिया, जैट एअरवेज, विसतारा आदि शामिल हैं। ब्रिटिश एअरवेज का इन और अन्य भारतीय उड़ानों से व्यापारिक संबंध है। अमृतसर हवाई अड्डे से दिल्ली में यात्री आते हैं जो आगे लंदन और अन्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पकड़ते हैं। वास्तव में दिल्ली हवाई अड्डा अमृतसर के हवाई अड्डे का प्रारंभिक घरेलू ठिकाना है। इस अवसर पर उपस्थित अन्य व्यक्तियों में अमृतसर से लोकसभा सदस्य गुरजीत सिंह औजला, स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, विधायक सुखविंदर सिंह सरकारिया, हरप्रताप सिंह अजनाला, तरसेम सिंह डी.सी., ओ.पी. सोनी, राज कुमार वेरका और इंदरबीर सिंह बुलारिया (सभी विधायक) और प्रधान जि़ला कांग्रेस (शहरी) युगल किशोर और अमृतसर, तरन तारन, गुरदासपुर और पठानकोट जिलों के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक शामिल थे।