15 dead in Mumbai fire, CM Fadnavis orders probe investigation
इंडिया न्यूज सेंटर,मुंबई : मुंबई स्थित कमला मिल्स कम्पाउंड के रेस्टारेंट में वीरवार देर रात भीषण आग लग जाने से 15 लोगों की मौत हो गई जबकि 23 अन्य घायल हो गए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हादसे पर दुख जाहिर किया है। बृहन्मुंबई नगरपालिक निगम के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिणी मुंबई के लोवर पारेल इलाके में स्थित कमला ट्रेड हाऊस के सबसे ऊपरी हिस्से में मोजोस बिस्टो में रात करीब साढ़े बारह बजे आग लग गई। आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया और रेस्टारेंट तथा इससे लगे पब को अपनी चपेट में ले लिया। अधिकारियों ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही 12 से अधिक दमकलों को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया और सुबह करीब साढ़े छह बजे तक आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। घायलों को केईएम अस्पताल,भाटिया अस्पताल और ऐरोली बर्न्स अस्पताल में दाखिल कराया गया है जबकि मामूली रूप से घायल दो लोगों को सियोन अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गयी। केईएम अस्पताल के डीन डॉ. अविनाश सुपे ने बताया कि पोस्टमार्टम से पता चला कि जल कर मरे लोगों से अधिक संख्या उन लोगों की है जिनकी मौत दम घुटने के कारण हुई। मृतकों में ज्यादातर संख्या महिलाओं की है जो रेस्टोरेंट में एक बर्थडे पार्टी में शामिल हुई थी। केईएम अस्पताल से जिन मृतकों की पहचान की है उनके नाम जीत(49), प्रीती(36), तेजल(4), खुश्बू बंसल(26), मनीषा(30) यश(27) शेफाली, किंजल और मनीषा बताये गये हैं। कमला मिल्स कम्पाउंड में परिष्कृत औद्योगिक परिसर, रेस्तरां, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के अलावा कई मीडिया संस्थानों के कार्यालय स्थित हैं।
हादसे के कारण स्पष्ट नहीं
मुंबई पुलिस के मुताबिक दृष्टतया आग लगने का कारण शार्ट सर्किट हो सकता है। पुलिस ने रेस्टारेंट के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
राजनीतिक पार्टियों ने की कार्रवाई की मांग
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा कि नियमों का उल्लंघन कर पार्टी के लिए अनुमति देने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। भाजपा सांसद कीर्ति सोमैया ने भी शिवसेना के प्रशासनिक नियंत्रण वाले बीएमसी पर हमला बोला औा महानगर में सभी इमारतों में आग लगने की घटना पर रोक के मद्देनजर वांछित प्रबंधों की तत्काल पूर्ण जांच कराए जाने की मांग की।