फर्जी वैट रिफंड लेने के मामले में आबकारी व कराधान विभाग ने कराया था मामला दर्ज
ईडू ने लुधियाना की मशहूर जलधारा एक्सपोर्ट्स की तीन करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी पहले भी अटैच कर चुकी है।
इंडिया न्यूज सेंटर,लुधियानाः इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने लुधियाना के होजरी व्यापारी राजीव मेहन की 1.14 करोड़ रुपये संपति अटैच कर दी है। ईडी की लुधियाना में यह बड़ी कार्वाई बताया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक त्रिमूर्ति होजरी के मालिक राजीव मेहन ने 1,14,61,042 रुपए के वैट रिफंड में टैक्सेशन डिपार्टमेंट से फ्राड किया था। इसने इस रकम से 67.5 लाख रुपए जलधारा काट्सपिन प्रा.लि. के नाम पर ट्रांसफर किया। इसके अलावा एक और कंपनी ने वैट रिफंड में गड़बड़ी की। इस मामले की जांच ईडी के असिस्टैंट डायरैक्टर दीपक राजपूत और डिप्टी डायरैक्टर राहुल साहू कर रहे थे। जांच में ईडी ने आज इनकी संपत्तियों को अटैच कर दिया है।बता दें कि बोगस वैट रिफंड मामले में इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) ने लुधियाना की मशहूर जलधारा एक्सपोर्ट्स की तीन करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी पहले भी अटैच कर चुकी है। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत की गई। एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट लुधियाना-1 ने जुलाई 2013 में पुलिस केस दर्ज करवाया था। इसके मुताबिक जलधारा एक्सपोर्ट्स ने साल 2012-13 में बांग्लादेश में 33.36 करोड़ रुपये के रेडीमेड गारमेंट्स की एक्सपोर्ट दिखाई थी, जिसके चलते फर्म ने 1.56 करोड़ रुपये का वैट रिफंड क्लेम किया। इस वैट रिफंड के दावे पर डिपार्टमेंट ने जांच शुरू की, जिसमें सामने आया कि कंपनी की तरफ से प्रस्तुत शिपिंग बिल फर्जी थे। इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया। बाद में ईडी ने भी केस दर्ज किया। ईडी ने जांच के बाद फर्म के मालिक विनोद गर्ग व रमन गर्ग की गेहलेवाल व कूमकलां में एक घर एवं प्लॉट को अटैच किया था, जिसकी कीमत करीब तीन करोड़ रुपये थी।
ये संपत्तियां अटैच
हाउस नंबर-26 गुरु कृपा, स्ट्रीट नंबर-1, खन्ना कालोनी, नियर बसंत सिटी, पक्खोवाल रोड – कीमत 4,25,000 Rs
फ्लैट पी-16, ग्राउंड फ्लोर, अमर्जिंग हाइट्स-2, गांव पीर मुछल्ला, जीरकपुर, डेराबस्सी – कीमत 16,20,000 Rs
हाउस नंबर-64-ए, अगर नगर, लुधियाना – कीमत 94,16,042 Rs