इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः यूपी की सत्ता संभाले हुए सीएम योगी आदित्यनाथ को करीब एक महीना पूरा होने को है। इस दौरान उन्होंने यूपी के लोगों के लिए ढेरों जनकल्याणकारी फैसले लिए हैं। हालांकि, योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर लोग कयास लगा रहे थे कि वह केवल हिन्दुओं के हित में काम करेंगे और मुसलामानों के बारे में वह जरा भी ध्यान नहीं देंगे क्योंकि उनकी छवि कट्टर हिंदुत्ववादी नेता की हैं। लेकिन, सीएम बनने के बाद उन्होंने इन कयासों को दरकिनार करते हुए मुसलमानों के हित में कई योजनाओं का एलान किया। इन योजनाओं का एलान होने के बाद तो यही लगता है कि योगी की छवि मुस्लिम विरोधी नहीं रही। 2014 लोकसभा चुनावों से पहले बीजेपी ने ‘सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया था। इसी नारे के साथ आगे बढ़ते हुए योगी आदित्यनाथ मुस्लिम विरोधी छवि से बाहर आ रहे हैं। सीएम बनने के बाद से इतने ही दिनों में योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के लोगों के लिए 18 से 24 घंटे बिजली, महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वैड, अवैध बुचड़खानो को सील करने का फैसला लिया। हाल ही में योगी सरकार ने विधवाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगों की पेंशन की राशि को दुगुनी यानी 1000 करने का प्लान पेश करने को कहा है।
इसके बाद अब सरकार ने फैसला लिया है कि उनकी सरकार हर साल 100 मुस्लिम लड़कियों की शादी करवाएगी। इस सामूहिक विवाह के लिए सद्भावना मंडप तैयार किया जाएगा। सरकार उन परिवार की लड़कियों की शादी कराएगी जो परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं। इस शादी में सरकार लड़की के परिवार को लड़के की तरफ से दी जाने वाली मेहर की राशि भी देगी। इसके अलावा शादी में दुल्हे-दूल्हन की हर जरूरत को सरकार पूरा करेगी। सीएम ने कहा बीजेपी बिना पक्षपात के समाज के सभी वर्गों के भलाई के लिए काम करेगी। इसके अलावा योगी सरकार मदरसों का आधुनिकीकरण करवाएगी।