इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः कुलभूषण जाधव की फांसी के मामले को लेकर मंगलवार को सरकार और विपक्ष ने एक-दूसरे पर तीखे प्रहार किए है। कांग्रेस की तरफ से इस बहस की शुरुआत करते हुए मल्लिका अर्जुन खड़गे ने कहा कि कुलभूषण की फांसी की सजा एक तरह से मर्डर है। सरकार को इस मामले में जल्द से जल्द कड़े फैसले लेने होंगे। कुलभूषण की फांसी के फैसले को पीएम मोदी से जोड़ते हुए खड़गे ने कहा कि आप भले ही नवाज की बेटी की शादी में जाएं लेकिन ऐसे मामले देश बर्दाश्त नहीं करेगा।
- संसद में बोलीं सुषमा- जाधव भारत का बेटा, बचाने के लिए कुछ भी करेगी सरकार
मल्लिका अर्जुन खड़गे के बाद निशिकांत दुबे, उवैसी, जयप्रकाश नारायण, सौगात राय ने भी सरकार पर इस मसले पर जल्द से जल्द दखल देने की बात कही। इस मामले पर सरकार की तरफ से पक्ष रखते हुए गृहमंत्री ने कहा कि कुलभूषण जाधव को जिस तरह से फांसी का फैसला सुनाया गया है उससे पूरा देश चिंतित है। कुलभूषण ईरान में एक बिजनेस करते थे। पाकिस्तान ने कहा कुलभूषण जाधव के पास यदि भारतीय पासपोर्ट मिला है तो फिर वह जासूस कैसे हो सकता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि चाहे जो करना पड़े वह भारत सरकार कुलभूषण और देश के लिए कड़े फैसले लेगी। हम कुलभूषण को बचाने की हरसंभव कोशिश करेंगे। गृहमंत्री ने कहा कि इस मसले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी सक्रिय हो चुकी हैं वो भी अपना बयान सदन में रखेंगी। लोकसभा के साथ राज्यसभा में भी यही मुद्दा गर्माया रहा। राज्यसभा में कांग्रेसी नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा कि कुलभूषण का मामला पक्ष और विपक्ष उठकर हैं। इस मामले में हमें एक सुर से कुलभूषण की मदद करनी चाहिए। आजाद ने कहा कि सरकार को कुलभूषण के मामले में वकील उपलब्ध कराने चाहिए और वहां के सुप्रीम कोर्ट में अपील करनी चाहिए। ताकि हम वहां मामला जीत जाएं। इस बात का जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि कुलभूषण जाधव भारत का बेटा है और उसे बचाने के लिए सरकार हर संभव कोशिश करेगी। सरकार आउट ऑफ ट्रैक जाकर भी कुलभूषण की मदद करेगी।