इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार पर संकट के बादल छाएं हुए है। उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर बढ़ते दबाव के बीच सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। शरीफ खानदान पर लगे आरोपों की जांच कर रही एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि उनका परिवार अपनी संपत्ति और जायदाद का हिसाब-किताब देने में नाकाम रहा है। जांच की शुरुआत उस समय हुई थी जब पनामा पेपर्स लीक्स में ये बात सामने आई कि लंदन में फ्लैट खरीदने के लिए नवाज शरीफ के बेटों की विदेशी कंपनियों का इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद इस बात को लेकर संदेह बढ़ गया कि गलत तरीके से हासिल की गई संपत्ति को ठिकाने लगाने के लिए इन कंपनियों का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि नवाज शरीफ इन आरोपों से जोरदार तरीके से खंडन करते हैं। उनका कहना है कि लंदन में खरीदी गई जायदाद जायज तरीके से खरीदी गई है और ये प्रॉपर्टी उनके नाम से नहीं है। लेकिन ये मुद्दा उनके लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। विपक्षी पार्टियां उन पर राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करके गलत जरिए से अकूत दौलत इकट्ठा करने का आरोप लगा रही हैं। इतना ही नहीं उनसे इस्तीफे की मांग भी की जा रही है। अभी तक नवाज शरीफ इन आरोपों से इनकार करते रहे हैं और जांचकर्ताओं की रिपोर्ट सिर्फ आरोप और अनुमान हैं। सत्ता में बने रहने के उनके फैसले पर पिछले हफ्ते कैबिनेट की भी मुहर लग गई है। हालात का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर सैंकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और कोर्ट परिसर के कुछ हिस्सों की घेराबंदी भी की गई है।