पीएम मोदी ने नई टीम को दी बधाई
इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः रविवार को केंद्रीय कैबिनेट का तीसरा विस्तार राष्ट्रपति भवन में हो गया है। राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित इस विस्तार में 9 नए चेहरों को जगह दी गई, जबकि 4 केंद्रीय मंत्रियों का प्रमोशन हुआ है। इसमें धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नकवी ने शपथ ली । इसके बाद राज्य मंत्री बने चेहरों ने शपथ ली। सभी मंत्रियों को पीएम मोदी ने ट्विटर के जरिए शुभकामनाएं दी है। उन्होंने लिखा कि जिन मंत्रियों ने आज शपथ ली उन्हें बधाई, उनका अनुभव और ज्ञान मंत्रियों की परिषद के लिए बहुत मूल्य बढ़ाएंगे।
राज्य मंत्री बने ये नए चेहरे
शिव प्रताप शुक्ला
अश्विनी कुमार चौबे
डॉ. वीरेंद्र कुमार
अनंत कुमार हेगड़े
आर के सिंह
हरदीप सिंह पुरी
गजेंद्र सिंह शेखावत
सत्यपाल सिंह
अलफोंस कन्नाथनम
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी अध्यक्ष अमित शाह फेरबदल से पहले पीएम मोदी से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। पीएम मोदी ने उन मंत्रियों से भी मुलाकात की, जिन्हें कैबिनेट में जगह मिल सकती है।9 नामों पर सहमति बनाने से पहले शनिवार को दिन भर माथापच्ची होती रही। मथुरा में संघ प्रमुख सहित संघ के आला अधिकारियों से दो बार विमर्श के बाद दिल्ली पहुंचे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने घंटों विचारमंथन होता रहा। उसके बाद फाईनल लिस्ट तैयार हुई।
नई टीम में पूर्व नौकरशाहों की फौज
नए चेहरे को शामिल करने के मामले में कार्यक्षमता को पैमाना बनाने वाले पीएम ने चुनावी राज्यों की भी परवाह नहीं की है। विस्तार में प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ को अहमियत नहीं दी गई है। खास बात यह है कि नौ नए चेहरों में दो पूर्व आईपीएस, एक पूर्व आईएसएस और एक पूर्व आईएफएस अधिकारी हैं।
यूपी के लिए खास रणनीति
विस्तार में सियासी दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण सूबा उत्तर प्रदेश के लिए खास रणनीति दिखती है। संगठन कार्य में दक्ष और पूर्वी उत्तर प्रदेश में खास असर रखने वाले ब्राह्मण बिरादरी के शिवप्रताप शुक्ला और पश्चिम उत्तर प्रदेश के बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह को जगह दी गई है।
गौरतलब है कि इसी सूबे से महेंद्र नाथ पांडे, कलराज मिश्र और संजीव बालियान की मंत्रिमंडल से छुट्टी की गई है। इनमें से पांडे को जहां प्रदेश संगठन की कमान दी गई है, वहीं मिश्र को राज्यपाल बनाने पर सहमति बनी है। जाट बिरादरी के बालियान की जगह इसी बिरादरी के सत्यपाल को मंत्रिमंडल में शामिल कर मोदी-शाह ने इस बिरादरी को नाराज होने की गुंजाइश नहीं छोड़ी है।खास बात यह है कि पार्टी ने ब्राह्मण बिरादरी से अध्यक्ष बनाने के बाद मंत्रिमंडल में भी ब्राह्मण चेहरे के रूप में शिवप्रताप को शामिल कर इस बिरादरी को साधे रहने की रणनीति बनाई है। पार्टी का मानना है कि चूंकि कलराज को राज्यपाल बनाया जाना तय है। ऐसे में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में पार्टी को इस बिरादरी की नाराजगी नहीं झेलनी होगी।
बिहार से भी खास संकेत
इस सूबे से राजीव प्रताप रूडी की छुट्टी हुई है। इसके अलावा एक और मंत्री की छुट्टी की संभावना बनी हुई है। पीएम ने राजपूत बिरादरी के रूडी की जगह इसी बिरादरी के आरके सिंह पर दांव लगाया है। इसके अलावा राज्य के ब्राह्मण चेहरे अश्विनी चौबे को जगह दे कर सूबे में मतदाताओं को साधे रखने की रणनीति बनाई है।