इंडिया न्यूज सेंटर, मुंबई: सीबीआई ने महाराष्ट्र के एक टॉप डाक्टर और 5 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह डाक्टर देश के तीसरे सबसे बड़े सम्मान पद्मभूषण के अलावा पद्मश्री हासिल कर चुके हैं। इन लोगों पर बैन हो चुके 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों के जरिए 10 करोड़ रुपए ट्रांसपोर्ट करने का आरोप है। सीबीआई ने जिस डाक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया, उनका नाम सुरेश आडवाणी है। वह महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित सी.आई.आई.जी.एम.ए. अस्पताल से जुड़े हुए हैं। उन्हें वर्ष 2002 में पद्मश्री और वर्ष 2012 में पद्मभूषण मिल चुका है। डा.आडवाणी को देश के टॉप ऑन्कोलॉजिस्ट (कैंसर संबंधी इलाज) में गिना जाता है। डाक्टर के अलावा जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनकी पहचान योगेश बी शिरोय, धरम राज थगिले, कृष, गजानंद सोमनाथ और बी.एम. शाह के तौर पर हुई है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने गैरकानूनी तरीके से पैसे को इधर-उधर किया। योगेश को छोडक़र बाकी के 4 आरोपी वैद्यनाथ को-ऑपरेटिव अर्बन बैंक लिमिटेड के अधिकारी हैं। ये लोग एक कार में बैन हो चुके नोटों को लेकर जा रहे थे और तभी इन्हें पुलिस ने पकड़ा। उधर, बैंक के एक सीनियर अधिकारी ने सीबीआई के इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि जांच एजैंसी ने गलत जानकारी के आधार पर कार्रवाई की है। सीबीआई ने इन लोगों के पास से जो 10 करोड़ रुपए जब्त किए, वे उस 25 करोड़ रुपए का हिस्सा थे जिन्हें बैंक के घाटकोपर ब्रांच में जमा कराया जाना था।