इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः अमेरिका ने अपने सबसे बड़े बम से पूर्वी अफगानिस्तान में मौजूद आईएसआईएस के ठिकाने पर हमला किया है। ये भले ही परमाणु बम नहीं है, लेकिन ये बम बड़ी तबाही मचाने के लिए काफी है। जिस इलाके पर ये हमला हुआ है वहां अाईएसआईएस के आतंकियों ने पनाह ले रखी थी। पेंटागन ने इस हमले की पुष्टि करते हुए कहा है कि बम का वजन 22000 टन के करीब है। बम का नाम GBU-43 है जो कि बड़े ऑर्डनेंस वायु विस्फोट (एमओएबी) बम के रूप में जाना जाता है। इसको पहली बार 2003 में विकसित किया गया था। यह GPS से संचालित होने वाला विस्फोटक है और अमेरिका ने पहली बार लगभग 10 टन के इस बम का इस्तेमाल किया है। इसे 'मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स' के नाम से भी जाना जाता है। जिस इलाके में ये कार्रवाई की गई वो पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक का इलाका है।
स्थानीय वक्त के मुताबिक शाम 7.32 मिनट पर अमेरिकी सेना और अफगानिस्तान ने अचिन जिले में मौजूद नंगेरहार प्रांत की गुफाओं में आईएसआईएस के ठिकाने पर हमला किया। ये हमला आईएसआईएस के खात्मे के प्रयासों का ही हिस्सा है जिसे अमेरिकी सेना और अफगानिस्तान संयुक्त प्रयास से चला रही है।