Punjab Police interrogate pilgrims returning from Kartarpur Corridor on instructions of IB's
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज कहा कि पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आई.बी.) के कहने पर करतारपुर गलियारे के द्वारा लौटने वाले कुछ श्रद्धालुओं से पूछताछ की थी। पुलिस की कार्यवाही का स्पष्ट तौर पर पक्ष लेते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ तक कि यदि आई.बी. द्वारा ज़ाहिर की सुरक्षा चिंताओं के संदर्भ में गुरदासपुर पुलिस सहयोग करने में नाकाम रहती तो उन्होंने पुलिस के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करनी थी। बजट पेश करने से पहले आप विधायक कुलतार सिंह संधवां द्वारा उठाए गये मुद्दे के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सरहदी राज्य की पुलिस फोर्स होने के नाते पंजाब पुलिस ने मामले में उचित सीमा में रह कर कार्यवाही की। यह जि़क्रयोग्य है कि इस मुद्दे को लेकर विरोधी पक्ष ने गुरूवार को सदन में हंगामा मचाया था। विरोधी पक्ष ने बीते दिन प्रदर्शन करते हुये मुख्यमंत्री के जवाब की माँग की थी।
केंद्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा के बड़े हितों में जब भी ज़रूरत पड़ी, केंद्रीय एजेंसियों के साथ सहयोग करती रहेगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों के साथ तालमेल करने के लिए स्थापित सुरक्षा विधि -विधान के मुताबिक यदि पुलिस फोर्स कार्यवाही करने में असफल रहती है तो पुलिस के खि़लाफ़ कार्यवाही की जायेगी।मुख्यमंत्री ने बताया कि करतारपुर गलियारा खुलने के बाद अब तक 51000 से अधिक श्रद्धालु नतमस्तक हो चुके हैं और यह पहली बार हुआ है कि कुछ श्रद्धालुओं से पूछताछ की गई है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आई.बी. ने कुछ शंकाएं ज़ाहिर की थी और सुरक्षा के लिहाज़ से कुछ श्रद्धालुओं की जान -पहचान को यकीनी बनाने के लिए पंजाब पुलिस की मदद माँगी थी। उन्होंने कहा कि संवेदनशील सरहदी राज्य होने के कारण देश की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना राज्य की जि़म्मेदारी बनती है।