अशफाक़ अहमद खां
इंडिया न्यूज सेंटर,बहराइचः बीते एक जुलाई को थाना कोतवाली नगर के इन्दिरा स्टेडियम स्थित शालीमार हैचरी के कार्यालय में हुयी लूट का खुलासा आखिरकार पुलिस ने कर दिखाया है । दिलचस्प बात यह है कि लूट का उद्देश्य पैसा कमाना नहीं बल्कि कंपनी को सबक सिखाने के लिए किया गया बताया जाता है । पुलिस ने लूट की वारदात में प्रयुक्त चार पहिया वाहन, पिस्टल, तमन्चा कारतूस, मोबाइल सिम के साथ तीन स्थानीय लोगों गिरफ्तार किया है साथ ही लूट के 1,10,000/- रुपये भी बरामद किये हैं । एक जुलाई .2018 को इन्दिरा स्टेडियम के सामने स्थित शालीमार हैचरी के कार्यालय में अज्ञात बदमाशों द्वारा लूट की घटना को अंजाम देने से जनपद पुलिस के हाथ पाँव फूल गए थे । शहर के व्यस्ततम इलाके में हुई इस लूट की वारदात से पुलिस की खूब किरकिरी हुई थी । कम्पनी के मैनेजर लाल प्रताप सिंह का दावा था की बदमाशों ने 6,18,000 रु की लूट की थी । इस मामले में मैनेजर द्वारा थाना कोतवाली नगर में मु.अ.सं. 148/18 धारा 394 भा.द.वि. बनाम अज्ञात पंजीकृत कराया गया । उक्त घटना के खुलासे को लेकर पुलिस पर बढ़ रहे दबाव के कारण पुलिस अधीक्षक सभाराज द्वारा घटना के खुलासे के लिए स्वाट टीम प्रभारी जे. एन. शुक्ल व कोतवाली नगर के प्रभारी निरीक्षक प्रेम प्रकाश पाण्डेय की टीम को खुलासे की जिम्मेदारी सौंपी थी । शनिवार को आखिरकार पुलिस टीम को सफलता मिल ही गई । पुलिस ने लूट के मास्टरमाइंड इमरान अहमद पुत्र मेराज अहमद निवासी काजी कटरा थाना दरगाह शरीफ जनपद बहराइच तथा उसके दो साथी शकील पुत्र स्व. अब्दुल मजीद निवासी सलारगंज थाना दरगाह शरीफ जनपद बहराइच व हनी पुत्र जहीर निवासी जोशियापुरा थाना कोतवाली नगर जनपद बहराइच को नानपारा बाईपास वशीरगंज मोड़ के पास गिरफ्तार किया गया । अभियुक्त इमरान में पुलिस पूछताछ में बताया कि वह मुर्गा फार्म व पोल्ट्री सीड की दुकान चलाता है। पोल्ट्री इंटीग्रेशन कम्पनियों व शालीमार हैचरी कम्पनी द्वारा मुर्गे का रेट कम कर के प्राइवेट फार्म वालों का कमर तोड़ रहे थे जिसके कारण उसने अप्रैल माह कंपनी को फोन पर धमकाया भी था किन्तु इनके द्वारा बात नही मानने पर इनको सबक सिखाने के लिये उसने अपने साथी शकील, रवि उर्फ अमित सिंह, बाबू और हनी के साथ मिलकर अपनी आई /20 कार की नम्बर प्लेट निकालकर उक्त कार से शालीमार हैचरी कम्पनी के कार्यालय में घुसकर कैशियर को पिस्टल की बट से मारपीट कर तिजोरी में रखा रुपये 2,27,000/- लूट लिया था, और कार में बैठकर फरार हो गए थे ।इमरान ने पुलिस को बताया कि , लूटे गये रुपयों में से उसने 1,00,000/- रु. स्वयं लिया था और शेष रुपये अपने चारो साथियों को बराबर बराबर बाँट दिया था साथ ही शालीमार हैचरी कम्पनी कार्यालय में मौजूद कर्मियों के मोबाइल भी छीन कर पास के नाले में फेंक दिया था । अभियुक्त का कहना है कि 6,18,000/- रुपये लूट किये जाने की बात गलत है । अभियुक्तो के पास से प्राप्त धनराशि के आधार पर मुकदमा उपरोक्त धारा 395/397/412 भा.द.वि. में तरमीम किया गया तथा अभियुक्तगण के कब्जे से बरामद पिस्टल व तमन्चा व कारतूस के आधार पर थाना कोतवाली नगर में मु.अ.सं. 174/18, 175/18 व 176/18 धारा 3/25 आयुध अधिनियम पंजीकृत किया गया है । पुलिस अधीक्षक सभाराज ने घटना का खुलासा करने वाली टीम को प्रोत्साहन स्वरुप 25,000 रुपये इनाम देने की घोषणा की हैl