The work of the Air Force is to hit its target and only the targets we get are destroyed by the Air Force Chief.
नेशनल न्यूज डेस्कः वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने पहली बार सोमवार को एयरस्ट्राइक को लेकर उठ रहे सवालों को का जवाब दिया है। वायुसेना प्रमुख ने साफ तौर पर कहा कि वायुसेना का काम अपने टारगेट को हिट करना है और हमें जो भी टारगेट मिलता है हम सिर्फ उसे ही तबाह करते हैं। वायु सेना प्रमुख कहा कि अगर हमारे टारगेट सही नहीं लगे हैं और सिर्फ जंगल में बम गिराए होते, तो पाकिस्तान की ओर से जवाब क्यों आता। पाकिस्तान के एफ-16 विमान को तबाह करने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान पर उन्होंने कहा कि अभी उनकी फिटनेस की जांच चल रही है, अगर वह फिट होते हैं तो दोबारा लड़ाकू विमान उड़ा सकते हैं। नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (एनटीआरओ) के सर्विलांस में खुलासा हुआ है कि बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में करीब 300 मोबाइल फोन सक्रिय थे जहां भारतीय वायु सेना ने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था।एयरस्ट्राइक में मिग-21 बाइसन के इस्तेमाल पर वायु सेना प्रमुख ने कहा कि मिग-21 हमारा एक कामगार विमान है जिसे अपग्रेड किया गया है। इस विमान के पास बेहतर रडार है। उन्होंने कहा कि जो भी विमान हमारे बेड़े में हैं, हम उसे अपनी लड़ाई में इस्तेमाल करते हैं। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि अभी भी हमारा ऑपरेशन जारी है। 26 फरवरी की सुबह वायु सेना के मिराज विमानों ने पाकिस्तान में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों को हिट किया, ये हमला 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद द्वारा पुलवामा में किए गए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे।