Foreign Minister Sushma said Three Indians were killed in bomb blasts in Sri Lanka
अंर्तराष्ट्रीय डेस्कः रविवार को श्रीलंका में ईस्टर के दौरान होटलों और चर्चों को निशाना बनाकर किए गए बम धमाकों में मारे गए लोगों में तीन भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार रात को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया कि कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने बताया है कि नेशनल हॉस्पिटल ने तीन भारतीयों की मौत हुई है। इनके नाम लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश है। हम अन्य जानकारी का पता लगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, कुछ अन्य भारतीयों के भी मारे जाने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि रविवार को श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के अलावा तटीय शहर नेगेंबो और बट्टिकलोआ में हुए कुल आठ धमाकों में 215 लोगों की मौत हो गई, जबकि 500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
मृतकों में केरलवासी भी शामिल
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा कि यह दुनिया में साम्प्रदायिक हिंसा को समाप्त करने का समय है। उन्होंने कहा कि कासरगोड निवासी पी एस रसिना (58) के शव को जल्द से जल्द वापस लाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। विज्ञप्ति में विजयन ने कहा, ‘एनओआरकेए के अधिकारी उच्चायुक्त कार्यालय और रिश्तेदारों से संपर्क में हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमें इस बात को ध्यान में रखने की जरूरत है कि ईस्टर के दिन हुआ हमला सांप्रदायिक हिंसा को दर्शाता है।’ उन्होंने कहा, ‘यह देशों को सांप्रदायिक हिंसा के कब्जे से बचाने का समय है। हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपनों को खोया है।’ रिपोर्ट के अनुसार, कोलंबो की शांगरी-लॉ होटल में रसिना ठहरी हुई थी और वहां विस्फोट में उनकी मौत हो गयी।
श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने अपने नागरिकों की सहायता के लिए पांच हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। 94777903082, 94112422788, 94112422789, 94777902082, 94772234176
बर्बरता बर्दाश्त नहीं, पीएम मोदी ने की मदद की पेशकश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका में हुए बम धमाकों की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से फोन पर बात की और गहरी संवेदना वयक्त की। पीएम ने कहा कि हमारे क्षेत्र में इस तरह की बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है। भारत संकट की इस घड़ी में श्रीलंका और वहां के लोगों के साथ खड़ा है। हम श्रीलंका की हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।