Punjab CM captain Amrinder Singh started Covid Fateh kit for covid patients in hospital and home quarantined.
स्वास्थ्य विभाग सितम्बर महीने के अंत तक घरेलू एकांतवास के मरीज़ों के लिए टैलिफ़ोन के ज़रिये सलाह देने वाली एजेंसी को सेवाएं सौंपेगा
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़: कोविड के विरुद्ध राज्य की लड़ाई को और तेज़ करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोरोना फ़तह किट की शुरुआत की जिसके अंतर्गत राज्य सरकार घर या हस्पताल में एकांतवास हुए सभी मरीज़ों को तुरंत किटें बाँटने की शुरुआत करेगी।
राज्य सरकार की तरफ से 50,000 किटों के आर्डर दिए गए जिनमें से 5000 किटें पहले ही प्राप्त हो गई हैं जबकि बाकी की सप्लाई एक हफ़्ते में होने की उम्मीद है। कोविड की स्थिति बारे जायज़ा लेने के लिए वर्चुअल मीटिंग के दौरान किट लाँच करते हुए मुख्यमंत्री ने डिप्टी कमीश्नरों को निर्देश दिए कि किटें बाँटने को प्राथमिकता दी जाए और अगले एक हफ़्ते में सभी 18000 सक्रिय मरीज़ों को किटें मिलने को यकीनी बनाया जाये।
इस किट में 18 वस्तुएँ हैं जिनमें पल्स ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मोमीटर, ज़रूरी दवाएँ और काढ़े के अलावा सम्बन्धित शिक्षा सामग्री और दवाओं के प्रयोग बारे हिदायतें शामिल हैं। मरीज़ों और देखभाल करने वालों को हिदायतें किटें मुहैया करवाई गई हैं जिसके साथ एक स्व-निगरानी चार्ट भी है। इस किट का मकसद एकांतवास में रह रहे सभी कोविड मरीज़ों के स्वास्थ्य सूचकों की निरंतर स्व-निगरानी को यकीनी बनाना है जिससे जीवन बचाने के लिए नाजुक मापदण्डों की जल्द पहचान की जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि इन किटों में इनको प्रयोग करने और स्वास्थ्य संबंधी सही निगरानी की अपेक्षित जानकारी मौजूद है। कोविड बारे राज्य की माहिर कमेटी के चेयरमैन डा. के.के. तलवार ने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र वाले मरीज़ों का घरेलू एकांतवास चिंता का विषय है और यदि वह घरों में अपेक्षित देखभाल और निगारनी नहीं ले सकते तो उनको हस्पताल जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य सचिव हुस्न लाल ने मीटिंग के दौरान बताया कि घरेलू एकांतवास में रह रहे मरीज़ों की निगरानी और भी सुचारू ढंग के साथ करने के लिए टैलिफ़ोन के द्वारा सलाह देने वाली (टेली-कंसलटिंग) एजेंसी की सेवाएं हासिल करने के लिए विभाग की तरफ से टैंडरों का न्योता दिया गया है। इस प्रक्रिया में शामिल होने की आखिरी तारीख़ 23 सितम्बर है और एक पेशेवार एजेंसी, जो घरेलू एकांतवास के मरीज़ों की निगरानी और 104 पर लोगों के सवाल की पैरवी करेगी, को इस महीने के अंत तक काम पर लगा दिया जायेगा।