a lawsuit filed in the murder case of Amethi BJP leader
हत्यारों को मौत की सजा दिलाकर ही दम लेंगेः स्मृति ईरानी
कुछ लोगों को रास नहीं आ रही थी उनकी लोकप्रियता
अशफांक खां,लखनऊः भाजपा नेता व बरौली के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह के अंतिम संस्कार में अमेठी सांसद स्मृति ईरानी शामिल हुई। उन्होने कहा कि मैंने आज सुरेंद्र सिंह के परिवार के सामने एक शपथ ली है कि हम गोली मारने वाले और इस हत्या में शामिल किसी को शख्श को भी नहीं बख्शेंगे। अगर इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाना पड़ा तो वो भी करेंगे लेकिन हत्यारों को मौत की सजा दिलाकर ही रहेगें। आपको बता दें कि सुरेंद्र सिंह की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की मौजूदगी में बरौली गांव के बाहर बाग में किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे। वारदात की जानकारी मिलने पर स्मृति ईरानी दिल्ली से सीधे अमेठी पहुंची और सुरेंद्र सिंह की अर्थी को खुद कांधा दिया और उनके परिवार को सांत्वना दी। सुरेंद्र सिंह के शव का पोस्टमार्टम केजीएमयू लखनऊ में किया गया। जिसके बाद उनका शव अंतिम दर्शन के लिए बरौलिया गांव लाया गया। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वारदात के बाद छापेमारी करते हुए पुलिस ने कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। ग्रामीणों के अनुसार, देर रात दो बाइक सवार बदमाश आए और उन्हें घर से बाहर बुलाया। सुरेंद्र जैसे ही बाहर आए बदमाशों ने उनके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए। घायल अवस्था में ग्रामीण उन्हें पीएचसी ले गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें गंभीर बताते हुए लखनऊ रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते वक्त रास्ते में ही सुरेंद्र ने दम तोड़ दिया। हत्या का कारण चुनावी रंजिश बताया जा रहा है। इलाके में सुरेंद्र का काफी प्रभाव था जिसका लाभ स्मृति ईरानी को मिला। करीबी बताते हैं कि लोकसभा चुनाव में स्मृति की जीत के बाद उनका कद काफी बढ़ गया था जिसे कुछ लोग पसंद नहीं करते थे। वह स्मृति ईरानी के काफी करीबी थे। पूर्व प्रधान के पुत्र ने कहा कि मेरे पिता भाजपा नेता स्मृति ईरानी के करीबी थे और लोकसभा चुनाव में प्रचार की जिम्मेदारी निभा रहे थे। जीत के लिए विजय यात्रा निकाली जा रही थी। यह बात कांग्रेस नेताओं को अच्छी नहीं लगी। शायद इसी लिए उनकी हत्या कर दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों से बातचीत के बाद बदमाशों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी। सुरेंद्र सिंह के शव का पोस्टमार्टम लखनऊ के केजीएमयू में तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया। जिसके बाद परिजन शव लेकर अमेठी रवाना हो गए।
कुछ लोगों को रास नहीं आ रही थी उनकी लोकप्रियता
सुरेंद्र सिंह के करीबी मुन्ना सिंह ने कहा कि इन चुनाव के बाद राजनीतिक रूप से उनका कद काफी बढ़ गया था। कुछ लोगों को उनकी तरक्की पसंद नहीं आ रही थी। उन्होंने आशंका जताई कि लोकप्रियता के कारण उनकी हत्या की गई। उन्होंने अपील की कि मामले का खुलासा नहीं हुआ तो बड़ा प्रदर्शन करेंगे।