Kuldeep Dhaliwal extends open invitation to NRIs for making Rangla Punjab
Directs officials to share draft of one stop new NRI Policy within 15 days
Exhorts them to contribute enormously for strengthening of education, health and sports infrastructure
अधिकारियों को 15 दिनों में नयी वन स्टाप एन.आर.आई नीति का नक्क्षा तैयार करने के लिए दिए निर्देश
शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल ढांचे के मज़बूतीकरण के लिए अधिक से अधिक योगदान डालने के लिए प्रवासी भारतीयों को की अपील
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढ़ः पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने बुधवार को दुनिया भर में बसते पंजाबियों को अपनी जन्म भूमि पंजाब को रंगला पंजाब बनाने के लिए आगे आने का खुला न्योता दिया। धालीवाल ने आज यहाँ अपने दफ़्तर में प्रवासी भारतीय मामलों के विभाग के सीनियर अधिकारियों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये कहा कि प्रवासी भारतीयों (एन.आर.आईज़) को अपनी मातृ-भूमि की बेहतरी और खुशहाली के लिए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए और उनके सपनों को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के दूरअन्देश नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जायेगा।
पंजाब के प्रवासी भारतीय मामलों संबंधी मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि दो हफ़्तों में एन.आर.आई नीति का मसौदा पेश किया जाये, जिसको मुख्यमंत्री के साथ पूरी बारीकी से विचारने के बाद मंजूरी दी जायेगी। मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि प्रवासी भारतीयों के कल्याण और सुविधा के लिए पारदर्शी और तर्कसंगत एन.आर.आई नीति तैयार की जाये जिससे उनकी शिकायतों के जल्द निपटारे को यकीनी बनाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि नयी एन.आर.आई नीति निवेश के लिए आसान और वन स्टाप क्लीयरेंस की सुविधा प्रदान करेगी।
मंत्री ने आगे कहा कि विदेशों में बसते ज़्यादातर पंजाबी अपने पैतृक गाँवों की बेहतरी और विकास के लिए सेवा के तौर पर बड़े योगदान डालना चाहते हैं। स्वास्थ्य, खेल, शिक्षा के क्षेत्रों और गाँवों के छप्पड़ों की नुहार बदलने में प्रवासी भारतीयों के सहयोग और योगदान का स्वागत करते हुये मंत्री ने कहा कि नयी नीति उन सभी रुकावटों को दूर करेगी जो प्रवासियों को राज्य के विकास के लिए ऐसे नेक कामों के अमल में रुकावट बनती हैं।
कुलदीप धालीवाल ने यह भी कहा कि कई प्रवासी भारतीय गाँवों में पुस्तकालय बनाने में काफ़ी रूचि रखते हैं, जिसके लिए उन्होंने अधिकारियों को हिदायत की है कि इस नेक कार्य के लिए समूह एन.आर.आईज़ को सही मार्गदर्शन और सहायता की जाये। मंत्री ने पंजाब की विरासत और संस्कृति को संभालने के लिए भी प्रवासी भारतीयों का स्वागत किया जिसके लिए उन्होंने प्रवासी पंजाबियों को ठोस प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा।
मीटिंग में एन.आर.आई. मामलों के विशेष मुख्य सचिव कृपा शंकर सरोज, मैंबर एन.आर.आई. कमिशन एम.पी सिंह, एन.आर.आई. मामलों के विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार के इलावा उप सचिव सुरिन्दर कौर और ए.आई.जी. एन.आर.आई. मामले राजिन्दर सिंह उपस्थित थे।