Capt Amarinder Singh wrote letter to PM and Home Minister: demanded 50 metric tons of extra oxygen and 20 tankers
न्यूज डेस्क, चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के स्रोतों से 50 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) की अतिरिक्त सप्लाई और बोकारो से एलएमओ की समय पर प्राप्ति के लिए 20 अतिरिक्त टैंकरों (रेल सफर के अनुकूल) की मांग करते हुए मंगलवार को प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को केंद्र सरकार ने यह कहा है कि मंगलवार से पानीपत और बरोटीवाला से एलएमओ की सप्लाई में बाधा आने की आशंका है। इससे राज्य में पहले ही ऑक्सीजन की सीमित उपलब्धता पर भारी प्रभाव पड़ेगा। इससे मेडिकल इमरजेंसी के हालात पैदा हो सकते हैं और बड़ी संख्या में उन मरीजों की जान को खतरा पैदा हो सकता है जो नाजुक हालत में हैं और ऑक्सीजन के सहारे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाधा दूर होनी चाहिए और अगर जरूरत पड़ी तो राज्य को करीबी अतिरिक्त स्रोतों से तुरंत सप्लाई देकर इसकी भरपाई की जानी चाहिए।
उन्होंने राज्य में विभिन्न स्तरों पर ऑक्सीजन सपोर्ट वाले कोविड मरीजों की संख्या 10000 तक पहुंचने को लेकर चिंता जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को अलग-अलग पत्र भेजकर तुरंत सहयोग करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़ रहे मामलों के दबाव के साथ वे ऑक्सीजन की कमी के कारण स्तर-2 और स्तर-3 के बिस्तरों को बढ़ाने में असमर्थ हैं।
भारत सरकार द्वारा पंजाब के स्थानीय उद्योगों को वाघा-अटारी सरहद द्वारा एलएमओ का पाकिस्तान से आयात करने की आज्ञा देने से इनकार कर दिया गया है। कैप्टन ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए अफसोस हो रहा है कि हमें वैकल्पिक स्रोतों से पर्याप्त सप्लाई का भरोसा देने के बावजूद ऐसा नहीं हुआ।’
पंजाब को नहीं मिल रहा एलएमओ का निर्धारित कोटा : कैप्टन
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को बाहर से एलएमओ की मौजूदा समय में कुल सप्लाई 195 मीट्रिक टन मिल रही है, जिसमें से 90 मीट्रिक टन बोकारो से और बाकी 105 मीट्रिक टन हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के एलएमओ केंद्रों से मिल रही है। पंजाब को रोजाना निर्धारित कोटा नहीं मिल रहा है। मौजूदा समय में पंजाब का पानीपत (हरियाणा) से 5.6 मीट्रिक टन, सेला कुई देहरादून (उत्तराखंड) से 100 मीट्रिक टन और रुड़की से 10 मीट्रिक टन का बैकलॉग है।
‘20 टैंकर मांगे, केंद्र ने सिर्फ दो देने का भरोसा दिया’
मुख्यमंत्री ने टैंकरों की कमी का हवाला देते हुए कहा कि राज्य रोजाना दो खाली टैंकर हवाई मार्ग से रांची भेज रहा है और भरे हुए टैंकर 48 से 50 घंटे में सड़क मार्ग से बोकारो से पंजाब लौट रहे हैं। राज्य सरकार ने पहले ही बोकारो से रोजाना 90 मीट्रिक टन की नियमित निकासी के लिए भारत सरकार को 20 अतिरिक्त टैंकर (रेल सफर के अनुकूल) अलॉट करने की अपील की थी लेकिन राज्य को यह बताया गया कि सिर्फ दो टैंकर ही मुहैया करवाए जाएंगे। हालांकि वे भी अभी मिलने बाकी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को तुरंत मामले में दखल देकर इस बड़े संकट को हल करने की अपील की।