Government gave relief to crude oil exporters, reduced windfall tax by Rs 2800 per tonne...
बिजनेस डेस्कः अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के बीच सरकार ने क्रूड ऑयल के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स (ड्यूटी) 13300 रुपये से घटाकर 10500 रुपये प्रति टन कर दिया है। इसके अलावा डीजल पर लागू एक्सपोर्ट ड्यूटी को घटाकर पांच रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। बता दें कि पहले इसे सात रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 13.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया था। बीते एक सितंबर को एटीएफ यानी हवाई जहाज के ईंधन पर एक्सपोर्ट ड्यूटी को सात रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर नौ रुपये प्रति लीटर कर दिया गया था। इसे फिलहाल बरकरार रखा गया है। सरकार की ओर से जारी नई दरें 17 सितंबर की आधी रात से लागू हो गई हैं।
एक जुलाई से लगाया गया था विंडफॉल टैक्स
गौरतलब है कि सरकार हर 15 दिन के अंतराल पर विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है। बीते एक जुलाई को सरकार ने पेट्रोल और एटीएफ पर छह रुपये प्रति लीटर जबकि डीजर पर 13 रुपये प्रति लीटर विंडफॉल टैक्स (ड्यूटी) लगाने का फैसला लिया था। उस समय सरकार की ओर से कहा गया था कि हर पखवाड़े पर इसकी समीक्षा की जाएगी।
20 जुलाई को पेट्रोल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी खत्म कर दिया गया
सरकार ने बीते 20 जुलाई को पेट्रोल के निर्यात पर लगाने छह रुपये प्रति लीटर के निर्यात शुल्क को खत्म कर दिया था। वहीं दूसरी ओर डीजल और एटीएफ पर लगाने वाले निर्यात शुल्क में दो-दो रुपये की कटौती कर इसे क्रमशः 11 रुपये और चार रुपये प्रति लीटर कर दिया गया था। इस दौरान घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर लगने वाले टैक्स में भी 23,250 रुपए प्रति टन से घटाकर 17,000 रुपए प्रति टन कर दिया गया था।
2 अगस्त को डीजल एक्सपोर्ट पर ड्यूटी पांच रुपये प्रति लीटर घटाया गया
केंद्र सरकार ने बीते दो अगस्त को डीजल के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स को 11 रुपए से घटाकर पांच रुपए प्रति लीटर कर दिया गया था। दूसरी ओर एटीएफ पर इसे खत्म करने का फैसला लिया गया। इसी तरह, पेट्रोल के निर्यात पर ड्यूटी शून्य रखने का फैसला किया गया। इसी दिन देश में उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 17,000 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 17,750 रुपए प्रति टन कर दिया गया।