KHALSA FC GURDASPUR AND KHALSA FC JALANDHAR ENTERS IN FINAL OF SIKH FOOTBALL CUP
KHALSA FC GURDSAPUR TROUNCES KHALSA FC BARNALA BY 2-0
KHALSA FC JALANDHR BEATS ROOPNAGAR IN PENALTY KICKS
SABAT SOORAT PLAYERS TO VIE IN FINAL AT CHANDIGRH ON FEB 8
खालसा एफ.सी. गुरदासपुर ने खालसा एफ.सी. बरनाला को 2-0 से हराया
खालसा एफ.सी. जालंधर ने खालसा एफ.सी. रूपनगर को पैनेलटियों में पछाड़ा
साबत-सूरत टीमों के आखिरी मुकाबले अब 8 फरवरी को चंडीगढ़ में
इंडिया न्यूज सेंटर,जालंधर: खालसा फ़ुटबॉल क्लब (खालसा एफ.सी.) द्वारा ग्लोबल सिख स्पोर्टस फेडरेशन के सहयोग से पंजाब भर में साबत-सूरत टीमों के करवाए जा रहे सिख फ़ुटबॉल कप के सेमी फ़ाईनल मैच आज संत बाबा भाग सिंह यूनिवर्सिटी जालंधर में हुए। जिसमें खालसा एफ.सी. गुरदासपुर और खालसा एफ.सी. जालंधर सिख फ़ुटबॉल कप के फ़ाईनल में पहुँच गई हैं। अब इन टीमों का फ़ाईनल मुकाबला सैक्टर 42, चंडीगढ़ के स्टेडियम में 8 फरवरी को प्रात:काल 11 बजे होगा। आज यहाँ यह जानकारी देते हुए खालसा एफ.सी. के सचिव जनरल डॉ. प्रीतम सिंह डायरैक्टर खेल ने बताया कि आज यूनिवर्सिटी में हुए मैचों का उद्घाटन संत बाबा सतपाल सिंह काहरी साहरी वाले और संत बाबा दिलावर सिंह ब्रह्मजी ने किया। इस मौके पर उनके साथ डॉ. जतिन्दर सिंह बल्ल वाईस-चांसलर, खालसा एफ.सी. के प्रधान हरजीत सिंह गरेवाल और अमेरीकन सिख काऊंसिल के प्रधान किरपाल सिंह निज्जर भी साथ थे। टूर्नामैंट की शुरूआत से पहले बाबा सतपाल सिंह काहरी साहरी वालों ने समूह दर्शकों को पाँच मूल -मंत्र के पाठों का जाप करवाया और टूर्नामैंट की चड़दीकला के लिए अरदास की। गत्तकई सिंहों ने सिख जंगजू कला के जौहर दिखाए। इस मौके पर बोलते हुए संत बाबा सतपाल सिंह काहरी साहरी वालों और संत बाबा दिलावर सिंह ब्रह्मजी ने खालसा एफ.सी. द्वारा केसाधारी खिलाडिय़ों के लिए फ़ुटबॉल कप करवाने की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह टूर्नामैंट नौजवानों को नशों से दूर करने, सिख विरासत से जोडऩे, सिख पहचान को प्रफुल्लित करने और नौजवानों को खेल गतिविधियों की तरफ लौटने में सहायता करेगा। वाईस-चांसलर डॉ. बल्ल ने कहा कि साबत-सूरत खिलाडिय़ों को खेल में उत्साहित करने का प्रयास मौजूदा समय की बड़ी ज़रूरत थी जिसके लिए खालसा एफ.सी. के प्रबंधक बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इस टूर्नामैंट से प्रेरणा लेकर अन्य खेलों में खेल रहे सिख खिलाडिय़ों को अपने मूल स्वरूप के अनुसार साबत-सूरत बनकर खेलना चाहिए। गरेवाल ने बताया कि इस फ़ुटबॉल कप के दौरान पंजाब के 22 जि़लों समेत चंडीगढ़ की टीम फीफा के नियमों के अनुसार नॉकआऊट के आधार पर मैच खेल रही हैं। आज यहाँ दो सेमी-फ़ाईनल मैच खेले गए जिसके दौरान खालसा एफ.सी. गुरदासपुर की टीम ने खालसा एफ.सी. बरनाला की टीम को 2-0 अंक से हरा दिया। दूसरे कड़े मैच के दौरान खालसा एफ.सी. जालंधर और खालसा एफ.सी. रूपनगर की टीमें दो बार दिए अतिरिक्त समय में भी गोल रहित होने के बाद पैनेलटियों के दौरान खालसा एफ.सी. जालंधर ने रूपनगर को 4-3 अंकों से पछाड़ दिया। इस टूर्नामैंट के मौके पर अन्यों के अलावा हरदमन सिंह सैक्रेट्री, साधु सिंह निझ्झर, मानप्रीत सिंह घडिय़ाल, प्रो परमप्रीत सिंह सचिव खालसा फ़ुटबॉल क्लब, प्रिंसिपल रणजीत सिंह, जीत सिंह इटली, सेवामुक्त प्रिंसिपल जगमोहन सिंह, प्रो अमरजीत सिंह, प्रो सरबजीत सिंह, डॉ. आर.एस. पठानिया, डॉ. माही, तमना किरण, मनजीत कौर, परनाम सिंह, प्रभजोत सिंह, विजय कुमार, गतका प्रशिक्षक सचनाम सिंह और विजय प्रताप सिंह समेत बड़ी संख्या में खेल प्रेमी भी उपस्थित थे। डॉ. प्रीतम सिंह ने बताया कि इस ऐतिहासिक सिख फ़ुटबॉल कप का फ़ाईनल और पुरस्कार वितरण समारोह सैक्टर 42, चंडीगढ़ के स्टेडियम में 8 फरवरी को प्रात:काल 11 बजे होगा जहाँ श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी साबत-सूरत टीमों को आशीर्वाद देंगे और विजेताओं को पुरस्कारों का वितरण करेंगे। इस मौके पर पंथ की अन्य आदरणीय हस्तियाँ और कई उच्च अधिकारी इस समागम की शोभा बढ़ाएंगे।