Bharatiya Janata Party workers strike, this big action on the directive of the DGP
नवीन गोयल,ब्यूरो,मुजफ्फरनगरः यूपी के मेरठ में कंकरखेड़ा बाईपास स्थित होटल ब्लैक पेपर में शुक्रवार रात हुए झगड़े के बाद शनिवार को आरोपी होटल मालिक और भाजपा पार्षद मनीष पंवार को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। उस पर दरोगा व महिला से बंधक बनाकर मारपीट करने, छेड़छाड़ व डकैती के आरोप में दो केस दर्ज कराए गए। वहीं, पार्षद की गिरफ्तारी के विरोध में व्यापारी व भाजपाइयों के साथ भीड़ ने कंकरखेड़ा थाने में करीब चार घंटे तक हंगामा किया है। भीड़ ने पथराव कर पुलिस जीप से आरोपी को छुड़ाने की कोशिश भी की है। पुलिस ने बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा, पुलिस ने इस मामले में चार नामजद और 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है। होटल में परतापुर थाने के मोहिउद्दीनपुर चौकी इंचार्ज सुखपाल सिंह पंवार कंकरखेड़ा की एक महिला के साथ खाना खाने गए थे। खाने में देरी को लेकर महिला का वेटर से विवाद हो गया था। वहां पहुंचे होटल मालिक मनीष की महिला और दरोगा से कहासुनी के बाद मारपीट हो गई थी। जिसके बाद विवाद हो गया था। होटल मालिक ने दरोगा को एक के बाद एक कई थप्पड़ लगा दिए थे, जिसके बाद दरोगा जमीन पर जा गिरा था। इस पूरे प्रकरण की वीडियो वायरल हो गई थी। शनिवार को यह वीडियो लखनऊ पहुंची तो डीजीपी ओपी सिंह ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब कर ली है।
तीन मुकदमे हुए दर्ज
सीओ दौराला पंकज सिंह ने बताया कि दरोगा सुखपाल सिंह पंवार की तहरीर पर आरोपी पार्षद मनीष व छह अन्य आरोपियों के खिलाफ होटल में बंधक बनाकर दरोगा के साथ लूटपाट करने, विरोध करने पर मारपीट करने, उनका सर्विस रिवाल्वर लूटने का प्रयास करने की धारा में केस दर्ज किया गया है। दूसरा मुकदमा दरोगा के साथ होटल पहुंची महिला ने दर्ज कराया है। महिला ने होटल मालिक पर बदनीयती से होटल के कमरे में खींचने का प्रयास करने, मंगलसूत्र, अन्य ज्वैलरी, 21 हजार रुपये व मोबाइल फोन लूटने की धाराओं में केस दर्ज कराया है। सीओ के अनुसार होटल मालिक और अन्य कर्मचारियों की संख्या चार से अधिक थी, जिसके चलते इनमें डकैती की धारा लगी है। तीसरा मुकदमा शनिवार को आरोपी को थाने से कोर्ट ले जाते समय हुए बवाल के बाद लिखा गया है। पुलिस की तरफ से इसमें चार नामजद और 200 अज्ञात के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस जीप के सामने लेटकर आरोपी को छुड़ाने की कोशिश और कई संगीन धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। वहीं, दरोगा सुखपाल सिंह को भी लाइन हाजिर कर दिया गया है।
भाजपाइयों और व्यापारियों का थाने में बवाल
होटल मालिक मनीष की गिरफ्तारी का पता चलने पर संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता, संयुक्त व्यापार संघ उपाध्यक्ष नीरज मित्तल सहित काफी संख्या में भाजपाई व व्यापारी वर्ग के नेता व कार्यकर्ता शनिवार सुबह ही थाने पहुंच गए। पार्षद के खिलाफ हुई कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए लोगों ने कड़ा विरोध किया। कंकरखेड़ा थाने में पुलिस के खिलाफ नारेबाजी, हंगामा प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस से धक्का मुक्की गई। सूचना पर एसपी सिटी रणविजय सिंह और सीओ पंकज सिंह वहां पहुंचे तो उनके साथ तीखी झड़प हुई। भीड़ ने सड़क पर जाम लगाने का प्रयास किया। गिरफ्तार आरोपी पार्षद को पुलिस की गाड़ी से खींचने का प्रयास किया गया। कुछ लोग पुलिस की गाड़ी के सामने लेट गए। गाड़ी रोकने के लिए पत्थर फेंके गए। पुलिस ने किसी तरह भीड़ से गाड़ी निकाली तो पीछा कर गाड़ी को रुकवाने का प्रयास किया। बाद में पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया।
वीडियो में होटल मालिक की गलती
भाजपा नेता और व्यापारियों ने मांग की कि दरोगा और महिला पर भी केस दर्ज किया जाए जिन्होंने धमकी देते हुए होटल मालिक से मारपीट की। दरोगा को निलंबित किया जाए। भाजपाइयों का आरोप है कि परतापुर इंस्पेक्टर नीरज मलिक ने कंकरखेड़ा थाने की हवालात में शनिवार तड़के होटल मालिक मनीष के साथ मारपीट की, इंस्पेक्टर पर भी कार्रवाई की जाए। एसपी सिटी के अनुसार होटल मालिक और कर्मचारियों ने दंबगई करते हुए बंधक बनाकर महिला से छेड़छाड़, लूटपाट और दरोगा से मारपीट की है। वीडियो के आधार पर होटल मालिक की गलती सामने आयी है। चार घंटे तक थाने के बाहर हंगामा चला लेकिन पुलिस ने एक नहीं सुनी।