इंडिया न्यूज सेंटर, चंडीगढ़ः मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने हैरानी भरी बात की है। पंजाब में बिजली के लंबे-लंबे कट लग रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान तथा नेपाल को बिजली सप्लाई करने की अनुमति मांगने का विचार बनाया है। पता चला है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र पंजाब पावर कारपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर इस पर विशलेषण करेंगे। इसके बाद वह इस संबंधी प्रधानमंत्री को लिखकर इससे अवगत करवाएंगे।
उल्लेखनीय है कि थर्मल प्लांटों द्वारा उत्पन्न होने वाली बिजली के निर्धारित कोटे का उपयोग न होने के कारण राज्य में बिजली उपभोक्ताओं को इस वित्तीय वर्ष में लगभग 2750 करोड़ का बोझ उठाना होगा। इन प्लांट को स्थापित करते समय राज्य सरकार ने प्राइवेट कंपनियों को निर्धारित कीमत पर बिजली सप्लाई करने का समझौता किया था। उनके द्वारा बिजली का निर्धारित कोटा प्रोयग न करने के कारण इसका बोझ राज्य के आम जनता पर पड़ा है। पंजाब में औसत बिजली उत्पादन लागत 4.50 रुपए प्रति यूनिट है। बिजली सरपल्स के चलते मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र पड़ोसी देशों पाकिस्तान तथा नेपाल को बिजली निर्यात करने की अनुमति मांग सकते है। यदि ऐसा होता है तो इससे पंजाब के बिजली उपभोेक्ताओं पर पड़ा बोझ कम होगा।