Fake loan app: If this app is installed in the phone, then delete it immediately, everyone is surprised by the disclosure of the Chinese citizen
न्यूज डेस्क, चंडीगढ़ः एप से कर्ज देकर लोगों को ब्लैकमेल करने और पैसे ऐंठने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के शातिरों ने पुलिस पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। आरोपियों ने बताया कि ठगी के लिए वह छह चीनी एप का इस्तेमाल करते थे। इन्हें डाउनलोड करते ही लोगों के मोबाइल का सारा डाटा उनके पास पहुंच जाता था। ब्लैकमेलिंग और ठगी के इस खेल में उनके साथ 60 एजेंट भी जुड़े थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने इन सभी लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। बता दें कि मंगलवार को चंडीगढ़ साइबर सेल ने फर्जी लोन एप मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, साइबर ठगों से पूछताछ करने के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीम भी सेक्टर-17 साइबर सेल थाने पहुंची थी। उन्होंने आरोपियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां हासिल की हैं। इस दौरान आईबी की टीम ने ट्रांसलेटर की मदद से गिरोह के मास्टरमाइंड चीनी नागरिक वान चेंघुआ से पूछताछ की। इसमें उसने बताया कि वह लोगों को हूग लोन एप, एए लोन एप, जीतू लोन एप, कैश फ्री लोन एप, कैश क्वाइन और फ्लाई कैश लोन एप डाउनलोड करवाता था। इन एप को चीन में बैठे उसके दोस्त ने तैयार किया है।
एसपी केतन बंसल ने बताया कि ये सारे एप प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड हो जाते हैं। इन सभी की जानकारी गूगल को दे दी गई है और पत्र लिखकर इन एप को जल्द से जल्द बंद करने को कहा गया है। जिन 60 एजेंटों के नाम सामने आए हैं, उनसे भी पूछताछ की जाएगी ताकि उनकी भूमिका का भी पता चल सके।
आरोपियों से बरामद सामान व नकदी।
मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपी 16 तक रिमांड पर
साइबर सेल थाना पुलिस ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह के 10 आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया जबकि सात आरोपियों को सोमवार को जेल भेजा था। मास्टरमाइंड वान चेंघुआ (34) और नोएडा के सेक्टर 49 निवासी अंशुल कुमार (25), झारखंड के रांची निवासी परवराज आलम उर्फ सोनू भडाना (32) और दो अन्य आरोपी 16 सितंबर तक रिमांड पर हैं।