इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः चुनाव से पहले पूर्ण बहुमत से जीत के दावा करने वाले अखिलेश यादव की भी एग्जिट पोल आने के बाद मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं अखिलेश के पक्ष में मायावती के बयान से भाजपा में मायूसी छा गई है। जिस तरह के एग्जिट पोल आ रहे हैं उससे यूपी की राजनीति में हलचल मच गई है। ये एग्जिट पोल का ही असर है कि अखिलेश ने अपने धुर विरोधी मायावती से भी गठबंधन करने की बात कह दी है। अखिलेश के प्रस्ताव पर मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नतीजे आने के बाद सपा से हाथ मिलाने के बारे में विचार किया जाएगा। मायावती के इस बयान से बीजेपी खेमे में खलबली मच गई है।
क्या कहा था अखिलेश ने?
गौरतलब है कि गुरुवार को बीबीसी से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने इशारा किया कि अगर जरूरत पड़ी तो मायावती के साथ गठबंधन किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते हैं कि यूपी राष्ट्रपति शासन लागू हो और सरकार बीजेपी रिमोर्ट कंट्रोल से चलाए।
11 मार्च को आएंगे 5 प्रदेशों के चुनावी नतीज़े!
चुनाव एग्जिट पोल में अभी सपा कांग्रेस गठबंधन सबसे आगे है। फिर भी अपनी कुर्सी को बचाने के लिए अखिलेश सभी संभावनाओं को टटोलने में लग गए हैं। ऐसे में मायावती भी थोड़ी नम्र पड़ती नजर आई और उन्होंने अखिलेश के प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नतीजे आने के बाद सपा से हाथ मिलाने के बारे में विचार किया जाएगा। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को यूपी से दूर रखने के मुद्दे पर वो 11 मार्च के बाद गौर करेगी।