इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: स्मिता टांडी एक कांस्टेबल है लेकिन फेसबुक पर इनके 7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। महज बीस महीने पहले खोले गए स्मिता के इस अकाउंट 719,640 फॉलोअर्स बन चुके हैं। कारण है स्मिता टांडी का फेसबुक के माध्यम से गरीबों और असहाय व्यक्ति की मदद करना। स्मिता के मुताबिक उनके अकाउंट को किसी पीआर मशीनरी द्वारा नहीं चलाया जाता है। 24 जनवरी 2011 को छत्तीसगढ़ पुलिस में शामिल होने वाली स्मिता के अंदर एक व्यक्तिगत त्रासदी की वजह से दूसरों की मदद करने की इच्छा पैदा हुई। स्मिता ने कहा कि जब मैं साल 2013 में पुलिस प्रशिक्षण की दौर से गुजर रही थी तभी अचानक मेरे पिताजी शिव कुमार तांडी बहुत ज्यादा बीमार हो गए थे। हमारे पास इलाज के लिए पर्याप्त पैसा नहीं था। आखिरकार हम अपने पिताजी को बचा नहीं पाए और एक निजी अस्पताल में उनका निधन हो गया। स्मिता ने बताया कि उनके पिता भी पुलिस में कांस्टेबल थे, जिन्होंने साल 2007 एक दुर्घटना के बाद रिटायरमेंट ले लिया था। स्मिता ने अपने पिता की मौत के बाद गरीबों की मदद करने का प्रण ले लिया। इसी के तहत 2014 में स्मिता ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गरीबों की मदद करने के लिए एक ग्रुप बनाया। बाद में स्मिता ने फेसबुक पर एक अकाउंट बनाया, शुरूआत में लोग उनकी बातों पर ध्यान नहीं देते थे लेकिन कुछ महीने बाद लोगों ने उनकी अपील पर गरीबों की मदद के लिए पैसा दान करना शुरू कर दिया है।