इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः एक एेसा परिवार जो छह पीढ़ियों से इकट्ठा है। घर का मुखिया रोज सदस्यों की गिनती करता है। परिवार के 54 सदस्य इकट्ठे बैठकर रोटी खाते और 10 महिलाएं खाना बनाने लगती है। जी हां लौदा जिले के ग्राम पंचायत दशरमा में एक साहू परिवार ने पूरे ताने-बाने को जोड़ रखा है। दिलचस्प बात ये है कि दिन बीत जाने पर रात में परिवार के सभी लोगों की गिनती की जाती है।
एक साथ बनता है 54 लोगों का खानाः आपसी प्रेम के कारण इस परिवार के लोग अलग नहीं होते। परिवार को लगभग सभी चीजें खेत से ही मिल जाती हैं। 54 लोगों वाले इस परिवार की एक और बड़ी खासियत ये है कि सभी लोगों का खाना एक साथ बनता है, वह भी परंपरागत चूल्हे से। जिले भर में इस परिवार के एकता की चर्चा होती है।
10 महिलाएं हमेशा बनाती रहती हैं खानाः एकता की मिसाल पेश करने वाले इस घर में सबसे बुजुर्ग सदस्य 87 साल के जगतराम साहू हैं। इनकी हर बात घर के सभी सदस्य मानते हैं और सबसे छोटा 54वां सदस्य अभी महज 7 दिन का नया मेहमान है। इस घर की 15 महिलाओं में से 10 महिलाएं हमेशा भोजन बनाने मे लगी रहती हैं।