इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः बिहार में आरजेडी और जेडीयू का गठबंधन टूटने के बाद से शरद यादव के बागी तेवर बने हुए है। हालात यह है कि पार्टी दो धड़ों में बटती नजर आ रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व शरद यादव ने पटना में अलग-अलग बैठक बुलाई है। नीतीश कुमार द्वारा बुलाई गई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तमाम बड़े नेता शामिल हुए, हालांकि बुलाने के बावजूद भी शरद यादव इस बैठक से दूर रहे। बताया जा रहा है कि इस बैठक के विरोध में उन्होंने भी पटना में एक अन्य बैठक बुलाई है। जिसमें माना जा रहा है कि वह जेडीयू पर अपना दावा ठोंक सकते हैं। हालांकि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने दावा किया कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी में कोई दरार नहीं है। हम शरद यादव से लिखित रूप में चाहते हैं कि वह पार्टी के फैसले से सहमत नहीं है। उन्होंने बताया कि शरद यादव को भी पार्टी की बैठक में हिस्सा लेेने के लिए बुलाया गया था लेकिन वह नहीं पहुंचे।त्यागी ने कहा कि हम चाहते थे कि शरद यादव पार्टी की बैठक में आएं और जो भी मतभेद हैं उन्हें आमने सामने बैठकर हल कर लें। वहीं बैठक से पहले इस बात की चर्चा थी कि इसमें जेडीयू के एनडीए में शामिल होने के मुद्दे पर भी मुहर लगाई जा सकती है। हालांकि बैठक में इस संबंध में क्या निर्णय लिया गया इस पर अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। दूसरी ओर नीतीश द्वारा बुलाई गई बैठक से इतर शरद यादव ने भी एक अन्य बैठक बुलाई है। वह अपने करीबी नेताओं के साथ पटना के एमके मेमोरियल हॉल में जन अदालत नाम से एक कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। इस बैठक के बाद ये साफ हो जाएगा की जेडीयू में दो भागों में टूटेगी या नहीं। माना जा रहा है कि शरद यादव जेडीयू पर दावा करने जैसा कदम भी उठा सकते हैं। जिसके बाद साफ है कि यह मुद्दा चुनाव आयोग के दरबार में भी पहुंच सकता है।