1592 कर्मचारियों की नियुक्ति से स्वास्थय सेवाओं में होगा व्यापक सुधार
स्वास्थय विभाग की नवनियुक्तियों से ग्रामीण क्षेत्रों में गुणात्मक स्वास्थ सेवांए मुहैया होंगी
इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगढःआज स्वास्थय एवं परिवार कल्याण विभाग ने मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह की गतिशील अगवाई में 673 स्टॉफ नर्सो और 919 हेल्थ वर्करों की नियुक्ति को स्वीकृति दे दी है। इन नवनियुक्त पैरामैडिकल स्टॉफ को स्वास्थय विभाग के विभिन्न सरकारी अस्पतालों, सब-डिवीज़नल अस्पतालों, समुदायिक स्वास्थय केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थय केंद्रों तथा सब-सैंटर्ज में नियुक्त किया जायेगा। स्वास्थय एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री ब्रहम महिंदरा ने मुख्यमंत्री द्वारा 1592 कर्मचारियों की नियुक्ति संबंधी स्वीकृति देने के लिये धन्यवाद करते हुये कहा कि स्वास्थय विभाग में स्टॉफ की कमी स्वरूप गत् एक दशक से राज्य की प्राथमिक स्वास्थय सेवांए बुरी तरह प्रभावित हो रही थी परंतु अब इस भर्ती से स्वास्थय विभाग को विभिन्न स्कीमों और कार्यक्रमों को लागू करने में बड़े स्तर पर सफलता मिलेगी।
इस संबंधी और जानकारी देते हुये ब्रहम महिंदरा ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा नियुक्ति पत्र देने संबंधी किसी भी प्रकार का समागम आयोजित नही किया जा रहा और नवनियुक्त कर्मचारियों के नियुक्ति पत्र उनके पोस्टल पता और संबंधित सिविल सर्जनों को सीधे तौर पर एक सप्ताह के दौरान भेजे जायेंगे। इस विशेष प्रक्रिया को विभाग के अधिकारियों तथा नवनियुक्त कर्मचारियों की कीमती समय की बचत करने तथा सरकार पर पडऩे वाले फालतू खर्च को घटाने के लिये लागू किया गया है। उन्होंने आगे बताया कि स्टॉफ नर्सों की भर्ती प्रक्रिया को संपूर्ण कर लिया गया है जबकि मल्टी पर्पज़ हेल्थ वर्करज़ की भर्ती संबंधी काउंसलिंग की जानकारी दो दिनों के भीतर स्वास्थ विभाग की वैब साइट पर डाल दी जायेगी। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त कर्मचारी नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के पश्चात तुरंत संबंधित कार्यालयों पर उपस्थिति हों, उन्होंने यह भी बताया कि स्टॉफ नर्सो की पोस्टिंग प्रक्रिया पारदर्शिता के आधार पर मैरिट अनुसार संपूर्ण की गई है और मल्टी पर्पज़ हेल्थ वर्करज़ की पोस्टिंग प्रक्रिया भी मैरिट अनुसार ही की जायेगी। स्वास्थय मंत्री ने बताया कि पैरामैडिकल स्टॉफ की नियुक्तियों से मलेरिया, डेंगू तथा चिकगुनिया जैसी मौसमी बिमारियों को अधिक सतर्कता से काबू किया जा सकेगा जबकि स्टॉफ नर्सो से अस्पतालों की आई पी डी और औ पी डी में सुधार होगा।