Punjab: Health Minister shouts on strike of health workers, said - will not tolerate it
न्यूज डेस्क, मंडी गोबिंदगढ़ः पंजाब में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और 776 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ने हड़ताल की हुई है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने सख्ती बरतने की बात कही है। उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मियों की प्रदेश भर में चल रही हड़ताल पर सख्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज पंजाब को स्वास्थ्य विभाग की बेहद जरूरत है। संकट की घड़ी में सेहत कर्मी सरकार और लोगों को परेशानी में डाल रहे हैं जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस हड़ताल ने खासकर राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में चलाई कोविड रोकथाम मुहिम को बहुत प्रभावित किया है। तंदुरुस्त पंजाब के स्वास्थ्य केंद्रों के सीएचओ, एएनएम और डाक्टरों और अन्य कर्मचारियों की एक हफ्ते से लंबी गैर-हाजिरी के कारण संक्रमण दर और मौत दर बढ़ी है क्योंकि वे कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों के नमूने लेने, संपर्क ट्रेसिंग और इलाज संबंधी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सिद्धू ने बताया कि सीएचओ की भर्ती 2019 में गई थी। उनकी नियुक्ति के बाद पंजाब सरकार ने सीएचओ और सभी एनएचएम कर्मचारियों को साल 2020 में 12 प्रतिशत वेतन वृद्धि का विशेष विस्तार दिया था।
सोमवार को बलबीर सिंह सिद्धू औद्योगिक शहर मंडी गोबिंदगढ़ पहुंचे। उन्होंने सिविल अस्पताल की समीक्षा रिपोर्ट देखी और अस्पताल में कमियों को पूरा करने का भरोसा दिया। इस अवसर पर उनके साथ नगर काउंसिल के प्रधान हरप्रीत सिंह प्रिंस ने सिविल अस्पताल को 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान करने की घोषणा की।
फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में चल रही वेंटिलेटर की कमी पर सिद्धू ने कहा कि दो वेंटिलेटर सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब को जल्द दिए जा रहे हैं। प्रदेश भर में ऑक्सीजन की कमी को पूरा भी किया जाएगा। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा सरकार पर की जा रही टिप्पणियों पर बलबीर सिद्धू ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मसला है और परिवार का मसला भी है। इस पर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते।