Punjab: AAP played a big game: BJP became leaderless in one assembly seat, 158 booth presidents also left the party
न्यूज डेस्क,पंजाब: शुक्रवार से भाजपा को लग रहे जख्मों पर मंगलवार को आप ने नमक छिड़कने का काम किया और पंजाब के जालंधर वेस्ट विधानसभा में भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया। 200 के करीब भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आम आदमी पार्टी ज्वाइन कराई। कई दिग्गज नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। कैबिनेट मंत्री डॉ. निज्जर ने भाजपा नेताओं के आप में शामिल होने पर बधाई दी और पार्टी की नीतियों पर चलने का निर्देश दिया। 158 बूथ अध्यक्षों ने भी आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया।
भाजपा का मजबूत किला माना जाने वाला जालंधर वेस्ट अब नेताओं से विहीन नजर आएगा। कार्यक्रम के दौरान वेस्ट में भाजपा पस्त और आप मस्त के नारे लगे। इस दौरान 60 साल तक जनसंघ से जुड़ सेवा करने वाले 80 वर्षीय मेघा राम ने आप ज्वाइन किया और कहा कि अब भाजपा वो पार्टी नहीं रही जहां वरिष्ठ नेताओं की बात सुनी जाती थी और सम्मान मिलता था।
उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी छोड़कर जाने का जितना दुख है उतनी ही खुशी आप में शामिल होने पर मिली। विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि 'आप' आम आदमी की सरकार है। आप में शामिल होते ही पूर्व कांग्रेस विधायक के भाई कमल लोच ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस मंत्रियों-नेताओं के घोटाले सामने आ रहे हैं उससे पार्टी से विश्वास उठने लगा था इसलिये कांग्रेस छोड़ दी।
एक हफ्ते पहले कहा था जालंधर वेस्ट में भाजपा का सफाया करूंगा: विधायक
विधायक शीतल अंगुराल ने कहा कि मैं 18 साल भाजपा में कार्यकर्ता के तौर पर काम करता रहा लेकिन आप में आते ही विधायक का चुनाव लड़ने का मौका मिला और इलाका वासियों के सहयोग से विधायक बना। मैंने एक हफ्ते पहले कहा था भाजपा का सफाया करूंगा सो कर दिया, क्योंकि मेरे वेस्ट के पुराने साथी भाजपा में घुटन महसूस कर रहे थे। आज उन्हें आप में लाकर वेस्ट में भाजपा को नेता विहीन कर दिया है।
भाजपा को मां मानते थे विनीत धीर
विनीत धीर ने कहा कि मैंने भाजपा को बड़ी दुखी मन के साथ छोड़ा है, क्योंकि पिछले 20 सालों से पार्टी को मां माना है, उससे कोई शिकायत नहीं है लेकिन उनके कुछ नाकारा लाडलों के कारनामों के कारण पार्टी छोड़नी पड़ी। विनीत अब भगवा झंडे के बजाय झाड़ू थामे नजर आएंगे।
संधा परिवार की भाजपा में तीसरी पीढ़ी थी, पिता के बाद पत्नी बनी पार्षद
कभी सोचा नहीं था, इस तरह से पार्टी छोड़नी पड़ेगी, क्योंकि हमें कोई पूछ ही नहीं रहा था। यह बात एडवोकेट अमित संधा और पार्षद किरणदीप कौर संधा ने कही। उन्होंने कहा कि संधा परिवार 40 साल से भाजपा से जुड़ा है, ये राजनीति में हमारी तीसरी पीढ़ी है, हम पार्टी के प्रति वफादार रहे और कुछ नेता हमें दुतकारते रहे।
निगम के जरिये होंगे काम, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का कर्जा खत्म करेंगे
करवाएगी, विधायकों को ग्रांट बाद में मिलेगी। इस दौरान निगम के यूनिपोल और स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों में हुए घोटालों पर डॉ. निज्जर ने कहा कि यूनिपोल 20 प्रतिशत रेट बढ़ाकर एक महीने के लिए ठेके पर दे दिए तो इसमें बुराई क्या है, सरकार को राजस्व मिला है और क्या चाहिए। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट पर कर्जे को लेकर बोले कि कर्जा मुक्त करने के लिए सूर्या इंक्लेव और गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू के साथ निगम की करोड़ों की जमीनों को बेच देंगे, जिसमें सरकार भी मदद करेगी।
इन बड़े नेताओं ने भी थामा आप का दामन
सर्किट हाउस जालंधर में निकाय मंत्री और जालंधर के प्रभारी डॉ. इंद्रबीर सिंह निज्जर, सचिव पंजाब राजविंदर कौर, जिला प्रधान और चेयरमैन अमृतपाल सिंह, जालंधर वेस्ट विधायक शीतल अंगुराल, सेंट्रल विधायक रमन अरोड़ा, डिप्टी मेयर सिमरनजीत सिंह बंटी और दीपक बाली ने भाजपा के प्रदेश कार्यकारी सदस्य विनीत धीर, 2 बार की पार्षद श्वेता धीर, 3 बार के पार्षद वरेश मिंटू (विपक्ष उप नेता नगर निगम), पार्षद किरणदीप कौर संधा, 2 पार्षद अनीता रानी, मंडल प्रधान धीरज सेठ, मंडल 8 के प्रधान प्रभदयाल, भाजपा नेता कविता सेठ, भाजपा के जिला वाइस प्रधान अमित संधा, पूर्व कांग्रेस विधायक सुशील रिंकू के भाई महामंत्री मंडल 9 कमल लोच, रोजी अरोड़ा, एससी मोर्चा के वाइस प्रधान राजकुमार लांबा, विनीत सोनिक महामंत्री मंडल 11, सुखदेव सिंह महामंत्री, एडवोकेट अर्जुन, निष्काम सेवा सोसायटी की प्रधान किरण नागपाल, अतुल भगत, भाजपा नेता पिंकी धीर, तेरा-तेरा हट्टी से मंदीप कौर और अनीता वर्मा, प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन के विजय तिवाड़ी, डॉ. पूर्ण चंद और डॉ. रामश्री चौधरी और अन्य पार्टी में शामिल करवाया।
रूठे नेताओं से मिला था लेकिन सत्ता के लालची आप में जाने का मन बना चुके थे: महामंत्री
वेस्ट में भाजपा नेताओं के इस्तीफे के बाद संगठन महामंत्री सुभाष शर्मा को उन्हें मनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बातचीत में सुभाष शर्मा ने कहा कि रूठे नेताओं को मनाने के लिए वह उनसे मिले थे, बातचीत हुई लेकिन सत्ता के लालची नेता आप में जाने का मन बना चुके थे। उन्होंने जिला प्रधान सुशील शर्मा पर लगे आरोपों को नकारा और कहा कि वह अच्छा काम कर रहे हैं, जिस पार्टी ने इस मुकाम तक पहुंचाया उसे छोड़ने के लिए उनके पास कोई वजह नहीं थी, क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता हों या नेता सभी का ख्याल रखती है। इसलिए जिला प्रधान की कार्यप्रणाली पर अंगुली उठाई गई जो गलत थी।