सदन में 21 विधायकों के समर्थन का दावा करेगें पेश
इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्लीः गोवा में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में भाजपा गठबंधन सरकार के लिए बहुमत साबित करेगी। गुरुवार को उन्हें इस परिक्षा से गुजरना होगा। मंगलवार की शाम नौ मंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण करने वाले पर्रिकर ने 22 विधायकों का दावा पेश किया है और सहयोगी दलों के विधायक इस बाबत हलफनामा देकर सरकार में भागीदार बन चुके हैं। मीडिया की खबरों के मुताबिक उनके साथ 40 सस्दयीय विधानसभा में आधे से ज्यादा है। बता दें कि भाजपा ने गोवा में 13 सीटें जीती हैं और उन्हें जीएफपी और एमजीपी के विधायकों के अलावा दो निर्दलीय विधयाकों ने समर्थन देकर भाजपा की 21 विधायकों की दावेदारी की। उधर गोवा और मणिपुर को लेकर कांग्रेस के सांसदों ने राज्यसभा ने जमकर हंगामा किया। अरुण जेटली ने सदन में जवाब देते हुए कहा कि सच्चाई है कि गोवा और मणिपुर में त्रिशंकु विधानसभा थी। स्वाभाविक है कि किसी एक दल को बहुमत नहीं मिला है। ऐसे में चुने हुए विधायकों ने एक गठजोड़ बनाया है और वहां सरकार गठित हुई है। जेटली ने कहा कि ऐसा कोई सिद्धांत या नियम नहीं है और न ही कोई परंपरा रही है। आमतौर पर दो विकल्प होते हैं। राज्यपाल या तो बड़े दल को बुलाए या फिर ऐसे गठबंधन को बुलाए जो सरकार बनाने की संख्या रखते हैं। उन्होंने कांग्रेस सदस्यों के आरोपों पर कहा कि कांग्रेस ने गोवा में दावा भी पेश नहीं किया। जेटली के इतना कहने पर एक बार फिर कांग्रेस के सदस्य वेल में आ गए और लोकतंत्र की हत्या के आरोप लगाने लगे। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि तो फिर यूपी और उत्तराखंड में भी बड़े दल भाजपा की जगह अन्य को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए।