आरोपी छात्र ने परीक्षा और PTM टालने के लिए की हत्या
हत्याकांड में CBI का खुलासा
इंडिया न्यूज सेंटर,नई दिल्लीः सीबीआई ने रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस में 11वीं के एक छात्र को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए छात्र के पिता ने कहा है कि उनका बेटा निर्दोष है। सीबीआई पहले ही उससे कई बार पूछताछ कर चुकी है, यहां तक की गुरुग्राम पुलिस भी जांच के दौरान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज करा चुकी है। उनके बेटे ने ही टॉयलेट के पास स्कूल के माली को सबसे पहले देखा था। गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को निर्ममता से की गई सात साल के मासूम प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम ने अपने अधिकारिक बयान में कहा है कि प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या उसी के स्कूल के 11वीं के छात्र ने की है। सीबीआई ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दलाल का कहना है कि आरोपी छात्र ने प्रद्युम्न की सिर्फ इसलिए हत्या कर दी ताकि स्कूल में पीटीएम और परीक्षा ना हो। बता दें कि इस घटना में सबसे पहले स्कूल के बस कंडक्टर को आरोपी बनाया गया था। अभिषेक दयाल ने जानकारी दी कि इस बच्चे को सभी सांइटिफिक सबूतों का अध्ययन करने के बाद गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को आईपीसी की धारा 302(हत्या) और 25 आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि सीबीआई इस छात्र से 4-5 बार पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई छात्र को जुवेनाइल कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए उसकी रिमांड मांगेगी। बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र की मानसिक हालत ठीक नहीं है और उसका इलाज भी लगभग एक साल से चल रहा है।सीबीआई का कहना है कि आरोपी छात्र स्कूल में चाकू लेकर आया था। हत्या से एक दिन पहले वह कुछ छात्रों से ये भी कहता सुना गया था कि कल स्कूल बंद रहेगा। वहीं सीबीआई ने प्रद्युम्न के साथ यौन शोषण की बात से इंकार किया है।वहीं प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा है कि उनका शक सही निकला, उन्होंने कहा था कि इस हत्या में कंडक्टर नहीं कोई और है। उन्होंने कहा कि उन्हें सीबीआई पर पूरा भरोसा है कि वो उनके बेटे के हत्यारों तक जरूर पहुंचेगी। हिरासत में लिए गए छात्र के पिता का कहना है कि मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है। सीबीआई पहले ही मेरे बेटे से 4-5 बार पूछताछ कर चुकी है।यही नहीं गुरुग्राम पुलिस भी जांच के दौरान सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज करा चुकी है। उनका कहना है कि उनके बेटे ने ही स्कूल के माली को टॉयलेट के पास सबसे पहले देखा था। छात्र के पिता का दावा है कि सीबीआई ने उनके बेटे को हिरासत में लेने में जल्दबाजी की। बता दें कि 8 सितंबर की सुबह दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की लाश स्कूल के ही टॉयलेट में खून से लथपथ पायी गई थी। उसकी हत्या किसी धारदार हथियार से की गई।