ब्यूरोः यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के मनोचिकित्सक डॉ. क्रीस्तनी याकी के अनुसार व्यायाम के माध्यम से मानसिक क्षमताओं की कमी को रोका जा सकता है। 65 वर्ष से अधिक उम्र की छ: हजार महिलाओं पर किये गये शोधों से पता चला है कि महिलाएं व्यायाम आदि शारीरिक परिश्रम की मदद से बढ़ती उम्र में मानसिक क्षमताओं में होने वाली कमी से काफी हद तक बची रह सकती हैं।
मनोचिकित्सक डॉ. याकी का मानना है कि पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं को अधिक व्यायाम की आवश्यकता होती है। शोध के अनुसार व्यायाम के कारण मस्तिष्क की कोशिकाओं में कई प्रकार के रसायनिक परिवर्तन होते हैं जो बढ़ती उम्र की महिलाओं में पायी जाने वाली मानसिक क्षमताओं की कमी को काफी हद तक बचाते हैं। व्यायाम के कारण युवतियों की मानसिक चंचलता समाप्त होकर एकाग्रता बढ़ती है और फिगर दुरूस्त रहता है। व्यायाम करने वाली युवतियां मेनोपोज़ की परेशानियों से भी बची रहती हैं।