इटली के मध्य में स्थित रोम शहर में स्थित स्वतंत्र वैटिकन सिटी कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप का अधिकृत निवास स्थान है और वह ही इस राज्य का शासक है। 2005 में इसे पूर्णत: स्वतंत्र राज्य का दर्जा दे दिया गया। राजनीतिक दृष्टिकोण से इसे धार्मिक राज्य कहा जाता था जोकि पोप लुईस नौवें तथा इटली के राजा इमैनुएल तृतीय के बीच 1929 में हुई संधि का नतीजा था। इससे रोमन साम्राज्य का वैटिकन सिटी पर एकछत्र नियंत्रण समाप्त हो गया।
भौगोलिक तथा राजनीतिक विस्तार
पश्चिम में संत एंजलो तथा तिब्बर नदी के पश्चिमी छोर पर रोम के बीचों बीच एक त्रिकोणीय भूमि का टुकड़ा है वैटिकन सिटी। इसके दक्षिण पूर्व किनारे पर संत पीटर चर्च का चौक स्थित है जिसके चारों ओर स्तंभ बने हुए हैं। यह चौक विश्व प्रसिद्ध है इसके उत्तर में चतुर्भुजीय आकार का क्षेत्र है जिसमें प्रबंधकीय भवन (एडमिनिस्टे्रटिव ब्लॉक) तथा बेल्विडर पार्क स्थित है। बेल्विडर पार्क के पश्चिम में पोप का महल है और उसके पार वैटिकन गार्डन है जोकि इस छोटे साम्राज्य का आधा भाग है। लियोनिन दीवार पश्चिमी तथा दक्षिणी सीमा का काम करती है। रोम के बीच में कई धार्मिक महत्व के स्थान तथा चर्च स्थित हैं जिन्हें इटली सरकार ने कर मुक्त घोषित कर रखा है लेकिन वह धार्मिक साम्राज्य यानि वैटिकन सिटी का भाग नहीं हैं। वैटिकन सिटी की अपनी नागरिकता, अपनी करंसी, अपनी डाक टिकट तथा अपना झंडा व राजनयिकों की पूरी फौज है। यह सारा साल यात्रियों के खुला रहता है और पोप उन्हें सार्वजनिक व व्यक्तिगत रूप से भी मिलते हैं। इसका अपना समाचार पत्र, रेलवे स्टेशन तथा प्रसारण सुविधाएं उपलब्ध हैं। वैटिकन सिटी के सात विश्वविद्यालय हैं जो रोम में स्थित हैं। वैटिकन सिटी की स्वतंत्रता सुनिश्चत है जिसकी रक्षा रोम द्वारा की जाती है।
सार्वजनिक व चर्च की सरकार
वैटिकन सिटी की सार्वजनिक सरकार का प्रमुख, वैटिकन सिटी के लिए नियुक्त धर्माध्यक्ष आयोग का कार्डिनल अध्यक्ष होता है जोकि राज्य का विधायक होता है। राज्य को संवैधानिक कानून 2000 के अंतर्गत चलाया जाता है। कानून व्यवस्था धर्मविधान पर आधारित है और न्यायालय चर्च का हिस्सा हैं। वैटिकन सभी रोमन कैथोलिक चर्चों का सर्वोच्च स्थान है। पोप चर्च को कार्डिनल्स के कालेज के माध्यम से नियंत्रित करता है। वह हर प्रकार का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होता है लेकिन वह सभी मामलों में कार्डिनल्स पर भरोसा करता है और उनसे सलाह लेता है। पोप के बाडिगार्ड स्विस गार्डस की सैन्य टुकड़ी है जिसकी स्थापना 16वीं शताब्दी में की गई थी। इसके सदस्य माइकल एंजलो द्वारा डिजाइन की गई पोशाक पहनते हैं।
महल तथा वैटिकन का खजाना
वैटिकन के महल तीन व चार मंजिलों के भवन हैं जिनका समय-समय पर विस्तार और उसमें बदलाव किए गए। पोप का आवास और दफ्तर स्तंभो के पास स्थित है बाकि भाग को वैटिकन के संग्रहालय तथा लाइब्रेरी में बदल दिया गया है। वैटिकन का संग्रहालय विश्व का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है। इनमें 18वीं शताब्दी में स्थापित मूसियो पायो-क्लिमैंटिनो संग्रहालय है जिसमें विश्व की प्राचीनतम वस्तुएं संग्रहित हैं और 19वीं शताब्दी में स्थापित चेयरामोंटी संग्रहालय जिनमें ग्रीक मूर्तियों का संग्रह रखा गया है। इनके अलावा ब्राकियो न्योवो, मिस्री संग्रहालय व इट्रोस्कॉन संग्राहलय हैं जिनमें कई खूबसूरत चीजें तथा विख्यात चित्रकारों गियोटा, गुरसिनो, कारावागियो तथा पॉसिन आदि के चित्र संग्रहित हैं। इन संग्रहालयों में वैटिकन के खजाने का एक भाग ही रखा गया है अधिकतर मॉडर्न पेंटग्ज को विभिन्न भवनों की गैलरियों में प्रदर्शित किया गया है। वैटिकन लाइब्रेरी पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है और इसमें प्राचीन व मध्यपूर्व की हस्तलिखित कई भाषाओं की पांडुलिपियों को रखा गया है। वैटिकन का प्रमुख प्रार्थना भवन सिस्टीन चैपल है जिसकी छत पर (1508-1512) माइकलएंजलो ने पेंटिंग की थी जो आज भी संग्रहित और सुरिक्षत है।
वैटिकन का इतिहास
वैटिकन काएतिहासिक पहलू यह है कि 5वीं शताब्दी के बाद इसे पोप के आवास के रूप में विकसित किया गया। सम्राट कॉनस्टेंटाइन प्रथम ने जब सेंट पीटर का महामंदिर (बासालिका) बनवाया तो पोप साइमाकुस ने उसके नजदीक ही एक महल का निर्माण करवाया। आमतौर पर पोप एविग्नान, फ्रांस के लैट्रन पैलस में (14वीं शताब्दि में बैबिलोन के कब्जे से पहले तक) रहता था। (1377) में पोप के रोम में आ जाने से वैटिकन अधिकृत आवास बन गया। इसके बाद जितने भी पोप हुए सब कला के कद्रदान थे, उन्होंने कई कलाकृतियों को एकत्रित कर संग्रहित किया और विशाल गैलरियों का निर्माण किया। 17 वीं से 19वीं शताब्दी के बीच पोप का आवास रहे महल के निर्माण पर वैटिकन ने काफी खर्च किया और 1870 से 1946 तक यह इटली का राजसी महल रहा और आज यह इटली के राष्ट्रपति का अधिकृत आवास है।
वैटिकन सिटी के बारे में रोचक तथ्य
-वैटिकन सिटी में आज भी राजतंत्रवाद है लेकिन इसमें वंशवाद नहीं होता, इसका राजा चयनित पोप होता है।
-इसकी अर्थव्यवस्था प्रकाशन उद्योग, सिक्कों के निर्माण, डाक टिकटों तथा आर्थिक गतिविधियों पर निर्भर है। विश्व भर में फैले कैथोलिक चर्चों से वैटिकन को अर्थिक सहायता प्राप्त होती है। डाक टिकटों तथा सिक्कों की बिक्री के अलावा वैटिकन सिटी एक पर्यटन स्थल भी है।
-राज्य में कृषि नहीं होती।
-वैटिकन सिटी में साक्षरता दर शत प्रतिशत है। यहां बोली जाने वाली भाषाओं में अंग्रेजी, फ्रैंच, इटालियन तथा लैटिन प्रमुख हैं।
-किसी एक देश की नागरिकता के लोग यहां नहीं रहते बल्कि स्विस, इटालियन तथा कई अन्य देशों के नागरिक यहां रहते हैं।
-वैटिकन सिटी का कुल क्षेत्रफल 44 हैक्टेयर यानि 110 एकड़ है।
-वैटिकन सिटी की जनसंख्या 2007 की गणना के आधार पर मात्र 857 है।
-वैटिकन सिटी का संग्रहालय 14.5 किलोमीटर लंबा है। ऐसा कहा जाता है कि यदि आप एक पेंटिंग को देखने में एक मिनट लगाते हैं तो पूरा संग्रहालय देखने में चार साल लग जाएंगे।
-वैटिकन की अपनी डाक व सिक्के हैं 1 यूरो के सिक्के पर वर्तमान पोप की तस्वीर होती है और संग्रकत्र्ताओं में इसकी भारी मांग है।
-इटालियन नागरिकों को अपनी सरकार की बजाए वैटिकन सिटी को सालाना 8 प्रतिशत टैक्स दान के रूप में देने की छूट होती है।
-वैटिकन सिटी अपना पासपोर्ट जारी करता है पोप, कार्डिनल तथा स्विस गार्ड के सदस्य इसके धारक होते हैं।
-वैटिकन की डाक प्रणाली का प्रयोग अधिकतर इटैलियन करते हैं क्योंकि इटली की बजाए इनकी सेवा ज्यादा तेज है।
-314 मीटर लंबे और 240 मीटर चौड़े सेंट पीटर चौराहे व स्तंभों का निर्माण 1667 में ब्रनीनी द्वारा संपूर्ण करवाया गया। यह इटली का सबसे विशाल चौक है। इसके स्तंभो व अन्य स्थानों को 140 संतों की मूर्तियों से सजाया गया है।
-वैटिकन सिटी का रेडियो स्टेशन वैटिकन गार्डन में स्थित है और इससे विश्व की 20 भाषाओं में प्रसारण किया जाता है।
-वैटिकन सिटी में सडक़ें नाममात्र ही हैं अधिकतर गलियां व गलियारे ही हैं।
-वैटिकन सिटी का रेलवे ट्रैक मात्र 0.86 किमी लंबा है और इसके रेलवे स्टेशन को 1930 में खोला गया था।
-ईसाई धर्म के प्रसार से पहले इस स्थान को पवित्र माना जाता था और किसी भी क्षेत्र में रात को ठहरने की अनुमति नहीं होती थी।
पोप जॉन पाल द्वितीय वैटिकन को आधुनिक युग में लाए
सेंट पीटर चौराहे में 13 मई, 1981 को एक तुर्क नागरिक ने पोप पर गोली चलाई आधुनिक युग में पोप को जान से मारने का यह प्रथम प्रयास था। पोप ने बाद में उस आक्रमणकारी से 3 जून 1985 को भेंट कर उसे क्षमा कर दिया। इसके बाद इटली ने वैटिकन की स्वतंत्रता पर पुनर्विचार किया और 1929 की संधि को रद्द कर दिया। नई संधि के अनुसार वैटिकन को स्वतंत्रता प्रदान कर दी गई लेकिन रोम के अन्य चर्चों को अपने नियंत्रण में रखा। 26 वर्ष के लंबे समय तक पोप रहे जॉन पाल द्वितीय का 2 अप्रैल 2005 को निधन हो गया। उसके बाद 19 अप्रैल 1985 जर्मन के कार्डिनल जोसफ रैटजिंगर पोप के रूप में चुने गए और उनका नाम पोप बैनाडिक्ट 16वां रखा गया। वह अपने जीवन काल में पोप जॉन पाल द्वितीय के नजदीकी रहे। वर्तमान में वही पोप हैं और विश्व के अरबों कैथोलिक चर्च के विशवासियों के धर्म गुरु व वैटिकन सिटी के बेताज बादशाह। वैटिकन सिटी विश्व का सबसे छोटा देश होने के साथ-साथ समृद्धि के चर्म को छूने वाला देश है। इसमें स्थित संग्रहालय, चर्च व अन्य स्थान दर्शनीय होने के साथ-साथ अपने आप में सदियों का इतिहास समेटे हुए हैं।
प्रस्तुति- विनसैंट फ्रैंकलिन