srishti become the achievement of Haryana as a child artist
अशफांक खां की रिपोर्ट
हरियाणा डेस्कः हरियाणा की मिट्टी ने हर दौर में विलक्षण प्रतिभाओं को जन्म दिया है। खेल का मैदान हो या फिर सांस्कृतिक क्षेत्र। यहां की मिट्टी की तासीर ही कुछ ऐसी है जिसमें जन्मी प्रतिभाएं देश-दुनिया में शोहरत हासिल करती रही हैं। ऐसे ही एक विलक्षण प्रतिभा की पिछले कुछ समय से फरीदाबाद हरियाणा में खासी चर्चा हो रही है। सृष्टि ने यहां एक ऐसी नन्हीं सृष्टि को जन्म दिया है जो महज साढ़े तीन वर्ष की उम्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। पेंटिंग ,गायन ,अभिनय ड्रेस कंपटीशन आदि में इस बाल कलाकार का कोई जोड़ नहीं है। हर कोई फरीदाबाद की इस नन्हीं परी का दीवाना सा हो गया है। फरीदाबाद के रहने वाले प्रवीण गुलाटी व उनकी पत्नी प्रिया गुलाटी ने 3 साल पहले यह सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बेटी के रूप में उनकी गोद में किलकारी मार रही इस बच्ची में ऐसी प्रतिभा मौजूद है जिसका कायल सारा हरियाणा हो जाएगा। गुलाटी परिवार के ड्राइंग रूम में करीने से सजे मैडल ,ट्रॉफियां प्रशस्ति पत्र स्वयं ही सृष्टि गुलाटी की प्रतिभाओं की गवाही दे रही हैं । पिता प्रवीण गुलाटी गर्व के साथ बताते हैं कि उनकी बेटी ने एक बाल कलाकार के तौर पर वह उपलब्धि हासिल कर ली है जो आमतौर पर इस उम्र के बच्चे नहीं कर पाते। प्रवीण कहते हैं कि सृष्टि ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर के अब तक 50 प्रशस्ति पत्र , 7 ट्राफियां , 6 मेडल एवं 9 अवॉर्ड हासिल कर चुकी है। खास बात यह भी है कि सृष्टि का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ टैलेंट में भी दर्ज किया जा चुका है। देश की मशहूर समाजसेविका नीरु सेहगल जैसी शख्सियत भी सृष्टि की प्रतिभा की कायल हो चुकी हैं। सारा फरीदाबाद अपनी नन्हीं परी के इस हुनर पर इतराता हुआ मानों कह रहा हो कि " म्हारी छोरियाँ किसी छोरे से कम हैं के ?" ।