इंडिया न्यूज सेंटर,धर्मशालाः हिमाचल विधानसभा चुनाव में बुधवार को भाजपा द्वारा विधानसभा की 68 सीटों के उम्मीदवारों की सूची जारी की गई थी। सूची जारी होते ही जिला कांगड़ा में चल रहे बगावती सुर कुछ विधानसभा क्षेत्रों में फिर से सुलगते हुए नजर आ रहे हैं। इसी बीच इंदौरा में भाजपा से टिकट की आस लगाए बैठे वर्तमान विधायक मनोहर धीमान को टिकट नहीं दिया गया है तो वहीं रीता धीमान के नाम की घोषणा के साथ ही पूर्व में 4 बार यहां से विधायक रहे स्व. देस राज के बेटे निर्मल प्रसाद की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया। ऐसे में यहां भाजपा में बगावत की फुसफुसाहट सुनने को मिल रही है।
भाजपा की मुश्किलें
यहां से निर्मल प्रसाद ने तो चुनाव मैदान में उतरने का मन भी बना लिया है, जिस पर 20 तारीख को निर्णय होगा, जबकि मनोहर धीमान ने भी कहा है कि समर्थकों को पार्टी का निर्णय स्वीकार नहीं है और यदि कार्यकर्ता चुनाव लड़ने का आदेश देंगे तो वे चुनाव लड़ेंगे। इससे भाजपा को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। मंडलाध्यक्ष भाजपा घनश्याम संबयाल ने कहा कि वे डैमेज कंट्रोल में लगे हुए हैं। भाजपा यहां से एकजुटता दिखाएगी और टिकट विजयी होगी। वहीं विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर भाजपा मंडल अध्यक्ष चैन सिंह से बलदेव ठाकुर को टिकट ना मिलने पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि भाजपा पार्टी ने बलदेव ठाकुर को टिकट काट करके बहुत बड़ा धोखा किया है, जिसका खमीजा भाजपा को जल्द ही भुक्तना पड़ेगा।
भाजपा नेताओं के फोन स्विच ऑफ
कैप्टन चैन सिंह ने साफ शब्दों में कह दिया है कि फतेहपुर की जनता का बलदेव ठाकुर को भरपूर समर्थन मिल रहा है। अब बलदेव ठाकुर फतेहपुर से आजाद उम्मीदवार के रूप चुनाव लड़ेंगे। इसके अतिरिक्त नूरपुर विधानसभा में राकेश पठानियां को टिकट मिलने से नूरपुर से टिकट की आस लगाए बैठे निक्का सहित अन्य भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली तथा अधिकतर के मोबाइल फोन स्वीच ऑफ हो गए हैं। वहीं कांगड़ा व धर्मशाला में किसी भी प्रकार की बगावत से मंडल अध्यक्षों ने इंकार किया है। दोनों की विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी के निर्णय को सर्वोपरि मानकर एकजुट होकर पार्टी के पक्ष में काम करने की बात कही है। कांगड़ा भाजपा मंडल उपाध्यक्ष देवी लाल ने कहा कि पार्टी का निर्णय स्वीकार है और हम पार्टी के साथ खड़े हैं।