इंडिया न्यूज सेंटर,चंडीगडः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज पंजाब यूनिवर्सिटी से आए एन.एस.यू.आई के एक शिष्टमंडल को भरोसा दिया कि उनकी सरकार यूनिवर्सिटी में नये होस्टल बनाने और समाज के आर्थिक तौर पर कमजोर वर्गों के विद्यार्थियों को वजीफा देने के लिए पूरा सहयोग देगी। पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ के नेशनल स्टूडैंट यूनियन आफ इंडिया (एन.एस.यू.आई) के प्रधान जश्न कम्बोज, महासचिव वाणी सूद और कार्यकारी प्रधान प्रगट सिंह बराड़ के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने मुख्य मंत्री के साथ मुलाकात की। पंजाब यूनिवर्सिटी में हाल में ही हुई विद्यार्थी यूनियन की मतदान में इस विद्यार्थी विंग द्वारो दिखाई शानदार कारगुजारी के लिए बधाई देते मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को उनके मसलों का हल बातचीत के द्वारा निकालने का आहवान किया। उन्होंने शिष्टमंडल को भरोसा दिया कि होस्टलों और वजीफोंं का मसला वह यूनिवर्सिटी के कुलपति और उप कुलपति के पास उठाएगें। शिष्टमंडल ने होस्टल की सुविधा न होने के कारण विद्यार्थियों को पेश आ रही मुश्किलों को मुख्यमंत्री के ध्यान में लाये जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उन की यह चिंता यूनिवर्सिटी के स्तर पर उठाने का भरोसा दिया। लडक़े और लड़कियों के लिए नये होस्टलों की माँग करते विद्यार्थी नेताओं ने बताया कि कैंपस में मौजूदा समय 8000 से अधिक विद्यार्थी होस्टल की सुविधा ले रहे हैं जबकि अन्य 5000 विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी से बाहर अधिक किराया दे कर प्राईवेट रिहायश करनी पड़ रही है। शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री को नये होस्टलों के निर्माण के लिए विशेष अनुदान देने की अपील की जबकि यूनिवर्सिटी के पास कैंपस नजदीक जमीन मौजूद है। शिष्टमंडल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार द्वारा सत्ता में आने के बाद चालू वित्तीय साल की पहली तिमाही में यूनिवर्सिटी का अनुदान 14 करोड़ रुपए से बढ़ा कर 32 करोड़ रुपए करने के फैसले के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। शिष्टमंडल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को आर्थिक तौर पर कमजोर वर्गों के विद्यार्थियों के लिए शहीद -ए -आजम सरदार भगत सिंह के नाम पर वजीफा शुरू करने की भी अपील की। इस मौके पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह भी उपस्थित थे। इस दौरान विद्यार्थी नेताओं और शिष्टमंडल के अन्य सदस्यों ने शहीद -ए -आजम सरदार भगत सिंह के आज जन्म दिवस के मौके मुख्यमंत्री को इस महान शहीद का चित्र भी भेंट किया। मीटिंग में विद्यार्थी नेता प्रगट सिंह बराड़, अनन्त चौधरी, नवदीप बब्बी, सुखजीत सुखोयी, जीवनजोत सिंह चाहल, गुरशीन कौर भी उपस्थित थे।