वीरभद्र राजा नही भिकारी है वह तो जनता की सेवा करते है
इंडिया न्यूज सेंटर,मंडीः कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हिमाचल में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर साफ-साफ ऐलान कर दिया। राहुल गांधी ने कहा कि वीरभद्र सिंह सातवीं बार भी हिमाचल के मुख्यमंत्री बनेंगे। शनिवार को देवभुमी हिमाचल मंडी के पड्डल मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि वीरभद्र सिंह राजा नहीं फकीर हैं और सातवीं बार भी हिमाचल के मुख्यमंत्री बनेंगे। दरअसल, राहुल गांधी के भाषण के दौरान वीरभद्र सिंह समर्थक राजा साहब जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। नारों की बुलंद आवाज मंच पर राहुल गांधी ने सुनी और जनसभा में मौजूद जनता से कहा-आप राजा साहब कह रहे हो, मैं कहना चाहता हूं कि ये राजा साहब नहीं फकीर हैं। ये दिल से काम करते हैं। राहुल ने कहा कि वीरभद्र सिंह छठी बार सीएम बने हैं और ये सातवीं बार भी हिमाचल के सीएम बनेंगे। यही नहीं, रैली में अपने संबोधन के आखिर में भी राहुल गांधी ने जनसभा में जनता से आह्वान किया कि वे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जिताएं और वीरभद्र सिंह को सातवीं दफा मुख्यमंत्री बनाएं। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को झूठ और सच में फर्क मालूम नहीं है। मोदी ने वायदा किया था कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार मुहैया करवाया जाएगा लेकिन आज हालात कुछ और ही हैं। राहुल ने निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी ये मजाक नहीं तो और क्या है। मोदी युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि आज देश के सामने बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है। चीन की सरकार रोज 50 हजार युवाओं को रोजगार देती है लेकिन मोदी सरकार रोज सिर्फ 450 लोगों को रोजगार दे पा रही है।इससे पहले भी वीरभद्र सिंह की तारीफ करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने प्रदेश के कोने-कोने में जाकर विकास कार्य किए हैं। इसके अलावा राहुल ने मंच से वीरभद्र सिंह सरकार के कार्यों की भी जमकर तारीफ की। राहुल ने कहा कि वीरभद्र सरकार ने राज्य में 1500 नए सरकारी स्कूल खोले, बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता दिया, 70 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी, सैकड़ो नए स्वास्थ्य संस्थान खोले हैं। जब-जब राहुल गांधी ने वीरभद्र सिंह का नाम लिया, भीड़ ने राजा साहब जिंदाबाद के नारे लगाए। हैरानी की बात है कि राहुल गांधी ने मंच से एक बार भी पीसीसी चीफ सुखविंद्र सिंह सुक्खू का नाम नहीं लिया। ऐसे में राहुल गांधी ने साफ-साफ संकेत दिया कि वीरभद्र सिंह ना केवल चुनावी चेहरा होंगे, बल्कि चुनाव में जीत के बाद सीएम कैंडिडेट भी वही होंगे।