Maoist terror in Chhattisgarh's Dantewada, IED blast blew up jawan's vehicle
नेशनल न्यूज डेस्कः बुधवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में एक बड़ा नक्सली हमला हुआ है। नक्सलियों ने डीआरजी जवानों को लेकर आ रही वैन को आईईडी ब्लास्ट कर उड़ा दिया। इस हमले में डीआरजी के 10 जवान शहीद हो गए और वाहन के चालक को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। इस नक्सली हमले में (डीआरजी) डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड फोर्स की सहादत से एक बार फिर देश दहल उठा। तस्वीरों में नक्सली हमले के अब बस निशान बाकी रह गए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उच्च स्तरीय बैठक ली है। वह और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को दंतेवाड़ा जाएंगे। कुछ जवान नक्सल ऑपरेशन पर निकले थे। इसके बाद वह बारिश में फंस गए। टीम उन्हीें जवानों को लेने के बाद लौट रही थी। इसी दौरान घात लगाए नक्सलियों ने रास्ते में जवानों के वाहन को आईईडी विस्फोट कर उड़ा दिया। धमाका इतना जोरदार था कि सड़क पर गहरा गड्ढा हो गया। बताया जा रहा है कि इस ब्लास्ट के लिए 50 किलो से ज्यादा विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। नक्सली हमला अरनपुर मार्ग पर पालनार के पास हुआ। यह इलाका अरनपुर थाना क्षेत्र में आता है। हमले की सूचना मिलते ही बैकअप के लिए फोर्स को मौके पर रवाना कर दिया गया। इसके साथ ही वहां सेना के अफसर और एसपी भी पहुंच गए। जवान वहां पहुंचे तो मंजर काफी भयानक था। हालांकि इस हमले की अभी तक किसी नक्सली संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
हमले के बाद मौके पर पहुंची फोर्स ने जवानों के शव एकत्र किए। साथ ही शहीद जवानों के हथियारों को एकत्र किया। अक्सर ऐसे हमले के बाद जवानों के हथियारों को नक्सली लूटकर ले जाते हैं। फिर जवानों के खिलाफ ही उनका इस्तेमाल किया जाता है। बताया जा रहा है कि जवानों की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई। इसमें कुछ नक्सली भी घायल हुए हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
हमले में शहीद हुए जवानों के शव दंतेवाड़ा मुख्यालय पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। शहीद जवानों में हेड कॉन्सटेबल जोगा सोढी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोड़ियाम और जगदीश कवासी शामिल हैं। इनके साथ ही प्राइवेट वाहन के चालक धनीराम यादव की भी मौत हो गई है। नक्सली हमले को लेकर बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने पांध् दिन पहले ही आशंका व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि, हर साल गर्मी में नक्सली वारदातें बढ़ जाती हैं। ऐसे में सुरक्षाबलों पर हमला और अन्य हिंसक गतिविधियां होती हैं।हालांकि आईजी ने यह भी कहा कि जवानों के बढ़ते दबाव के कारण 2022 में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाए थे और 2023 में भी हम उनकी साजिश नाकाम करेंगे।