Madhya Pradesh: Blast in firecracker factory in Harda, seven killed
60 से अधिक घायल, सेना से मांगे हेलिकॉप्टर
न्यूज डेस्कः मध्य प्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह ब्लास्ट के बाद आग लग गई। हादसे में कई लोगों के मारे जाने और घायल होने की सूचना है। आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी हैं। मध्य प्रदेश के हरदा में मगरदा रोड स्थित बैरागढ़ रेहटा में स्थित पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह आग लग गई। इसके बाद भयानक विस्फोट होने लगे। ब्लास्ट इतने तेज थे कि आसपास की इमारतों को भी उन्होंने हिला दिया। आग ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। 60 से अधिक घायल हैं। कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा ब्लास्ट को लेकर आपात बैठक बुलाई। साथ ही मंत्री उदय प्रताप सिंह के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को हरदा रवाना होने के निर्देश दिए। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी सरकार ही उठाएगी। वहीं, आसपास के सात जिलों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस हरदा पहुंच गई हैं। भोपाल से गए अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
ब्लास्ट होने का सिलसिला थम नहीं रहा, जिससे राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित हो रहे हैं। एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। आग लगने के समय 30 से अधिक मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। घायलों और मृतकों में बच्चों और महिलाओं के होने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार यह पटाखा फैक्ट्री राजू अग्रवाल की है। ब्लास्ट इतने भीषण थे कि आसपास के मकान गिर गए।
सड़क किनारे पड़ी हैं लाशें
हादसे के बाद पास की सड़क पर वाहन उछलकर दूर गिर गए। कुछ लोगों की मौत सड़क पर ही हो गई। उनकी लाशें सड़क किनारे पड़ी है। हरदा कलेक्टर ऋषि गर्ग ने मौतों की पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा कि 20 से 25 लोग घायल हुए हैं। कुछ की हालत गंभीर है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ की मदद ली जा रही है। हमारा फोकस बचाव एवं राहत कार्यों पर है।
100 से ज्यादा घर खाली कराए
पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद आसपास के 60 से ज्यादा घरों में आग लग गई। फैक्ट्री के आसपास सड़क पर कुछ शव पड़े दिखे हैं। 25 से अधिक घायलों को हरदा जिला अस्पताल ले जाया गया है। प्रशासन ने 100 से ज्यादा घर खाली करवा दिए हैं। धमाके की चपेट से पास की सड़क पर चल रहे वाहन भी कुछ दूरी तक उछल गए। क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल है। फैक्ट्री से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा सकता है।
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर
हरदा से भोपाल के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया है। पटाखा फैक्ट्री के घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से भोपाल के हमीदिया अस्पताल और एम्स भोपाल लाने की तैयारी है। पटाखा फैक्ट्री के विस्फोट में घायल कुछ लोगों को हरदा जिला अस्पताल से भोपाल रेफर किया गया है
खंडवा, नर्मदापुरम से एंबुलेंस रवाना
हादसा इतना बड़ा है कि हरदा जिले की एंबुलेंस कम पड़ गई। नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर और खंडवा समेत सात जिलों से एंबुलेंस हरदा के लिए रवाना हुई। भोपाल और इंदौर के मेडिकल कॉलेजों के साथ ही भोपाल के एम्स और आसपास के जिलों के अस्पतालों को घायलों के इलाज के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री ने की आपात बैठक
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने हरदा की घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड अरविंद कुमार को हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में आपात बैठक बुलाई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि घायलों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हरदा के आसपास के क्षेत्र से एंबुलेंस हरदा पहुंचाई जा रही हैं। इसके साथ ही हेलीकॉप्टरों की व्यवस्था के लिए सेना से संपर्क किया गया है।भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और एम्भोस पाल में बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं, तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल इंदौर बैतूल, होशंगाबाद, भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं। बैठक में मुख्य सचिव वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरीय प्रशासन एवं विकास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जांच के आदेश, गृह सचिव करेंगे जांच
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि घटना दुखद है। सरकार पूरी मुस्तैदी से बचाव एवं राहत कार्यों में लगी है। प्रति परिवार चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। जांच के आदेश दिए गए हैं। गृह सचिव खुद जांच कर मुझे रिपोर्ट सौंपेंगे। इसमें दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।