Madhya Pradesh border sealed after stampede in Mahakumbh, thousands of vehicles in long queues
न्यूज डेस्क, प्रयागराज: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेला में मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ में करीब 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश प्रशासन ने महाकुंभ में बढ़ रही भीड़ और सुरक्षा के मुद्दों को देखते हुए कड़े कदम उठाए हैं। प्रयागराज की ओर जाने वाले रास्तों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश बॉर्डर को सील कर दिया गया है, जिससे हजारों वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।
रीवा और सतना जिलों में श्रद्धालुओं की रुकावट
मध्य प्रदेश के रीवा और सतना जिलों से प्रयागराज की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन ने व्यवस्था बनाई है। सतना जिले के बेला गांव में प्रशासन ने श्रद्धालुओं को रुकने के लिए कहा है, जहां उन्हें खुले मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस क्षेत्र से रीवा होते हुए प्रयागराज जाने वाले वाहनों को रोका गया है।
प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं
श्रद्धालुओं को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए प्रशासन ने उनके लिए खाने-पीने और रुकने की पूरी व्यवस्था की है। सड़क किनारे बसों, चार पहिया वाहनों और पिकअप वाहनों को खड़ा किया गया है। इसके अलावा, ठंड से बचने के लिए अलाव जलाए गए हैं और मेडिकल सहायता की व्यवस्था भी की गई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं को आश्वासन दिया है कि उन्हें किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, और वे सुरक्षित रहेंगे।
महाकुंभ में जाने से पहले प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे फिलहाल महाकुंभ में न जाएं। प्रशासन का कहना है कि कुंभ मेला अभी भी जारी रहेगा, और धीरे-धीरे लोग वहां जा सकते हैं। मौनी अमावस्या के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ पहुंचे थे, जिसके कारण वहां भगदड़ मच गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। इस हादसे के बाद प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से यह कदम उठाया है।
सतना और रीवा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित
सतना के बेला गांव से होते हुए रीवा चाकघाट मार्ग पर जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को रोका गया है। तहसीलदार राय सिंह कुशराम ने इस बारे में बताया कि प्रशासन ने श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि इस समय महाकुंभ में स्नान के लिए जाने का जोखिम बढ़ सकता है, इसलिए श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे फिलहाल रुकें और बाद में जाएं।
सुरक्षा और व्यवस्था की पूरी तैयारी
सभी वाहनों में 2,000 से 2,500 के आसपास श्रद्धालु सवार थे। प्रशासन ने भोजन, पानी, चिकित्सा सहायता, और शरण स्थल की व्यवस्था की है ताकि श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि उनके लिए समुचित इंतजाम किए गए हैं ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा और कुंभ मेले के आयोजन को सुरक्षित और व्यवस्थित रूप से चलाने के उद्देश्यसे उठाया गया है।