Delhi New CM announcement, BJP will announce new CM of Delhi
न्यूज डेस्क, नई दिल्ली: प्रचंड जीत के बाद अब भाजपा में मुख्यमंत्री को लेकर मंथन शुरू हो गया है। साथ ही, पार्टी सोशल इंजीनियरिंग के लिहाज से उपमुख्यमंत्री बनाने पर भी चर्चा कर रही है। यहां मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर किसी महिला विधायक पर सहमति बन सकती है। खास बात यह है कि पार्टी मानकर चल रही है कि चुने हुए विधायकों में से ही सीएम का चेहरा होगा। देश की राजधानी जिसे पीएम मोदी रैली में मिनी इंडिया बताते रहे हैं, यहां से पूरे भारत को एक संदेश देने की तैयारी है।
चार महिलाओं ने दर्ज की जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत मिली है। दो तिहाई बहुमत से सरकार भाजपा की बन रही है। इस जीत के साथ मुख्यमंत्री के नाम की चर्चा जोरों पर है। दरअसल, पार्टी ने मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए बिना ही चुनाव मैदान में उतरी थी। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व इस बारे में जल्द ही फैसला लेगी। दरअसल, हर उस पहलु को ध्यान में रखा जा रहा है कि यहां से मैसेज पूरे देश में पहुंचे। दिल्ली विधानसभा में भाजपा की चार महिला भी जीत दर्ज की हैं।
महिला मुख्यमंत्री पर दी जा रही है दलील
विधानसभा चुनाव में भाजपा की चार महिला नेता भी निर्वाचित हुई हैं। इनमें ग्रेटर कैलाश से शिखा राय, नजफगढ़ से नीलम पहलवान, वजीरपुर से पूनम शर्मा और शालीमार बाग से रेखा गुप्ता शामिल हैं। पार्टी शीर्ष नेतृत्व इनके नामों पर भी तमाम पहलुओं पर चर्चा कर रहा है। एक पक्ष आधी आबादी को एक संदेश देना चाहता है। पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी आप की दिग्गज नेता हैं। उन्हें नेता प्रतिपक्ष भी बनाया जा सकता है। उन्हें शासन चलाने का अनुभव भी है। अच्छी वक्ता भी हैं। ऐसे में सदन के दौरान उन्हें चुनौती देने के लिए किसी महिला को ही मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री बनाया जाए। पार्टी सूत्रों के अनुसार शीर्ष नेतृत्व इस पहलु पर भी ध्यान दे रहा है।
मंत्रीमंडल में दिखेगा सोशल इंजीनियरिंग भी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के जश्न के दौरान यह स्पष्ट किया कि दिल्ली में सभी जाति, वर्ग और प्रवासी रहते हैं। उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत के लोगों रहते हैं। दिल्ली विविधता भरा शहर है। ऐसे में पार्टी शीर्ष नेतृत्व मंत्रिमंडल में सभी वर्ग को तरजीह दे सकता है। जाट, गुर्जर, पूर्वांचली, पंजाबी, सिख और वैश्य समुदाय के लोगों को तरजीह दी जा सकती है। इस तरह के कई कद्दावर नेता भी जीतकर आए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हरा कर प्रवेश वर्मा विधानसभा में पहुंचे हैं। इसी तरह एनडीएमसी के पूर्व उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, गोवा व जम्मू के प्रभारी आशीष सूद, दो बार विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष रहे विजेंद्र गुप्ता, छह बार एमएलए रहे मोहन सिंह बिष्ट के साथ ही संघ से जुड़े हुए भी कई विधायक निर्वाचित हुए हैं।
कुछ चौकाने वाले चेहरे भी हो सकते हैं
भाजपा राजनीतिक आखाड़े में प्रयोग भी करती है। हरियाणा, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में यह देखने को भी मिला है। ऐसे में पार्टी सूत्रों का कहना है कि दिल्ली मंत्रिमंडल में कुछ चौकाने वाले चेहरे भी दिखेंगे। साथ ही, भाजपा में कई कांग्रेस और आप के नेता भी शामिल हुए हैं। इन नेताओं का साथ भी मिला है और जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। इसमें मुख्य रूप से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली, नीरज बसोया, पूर्व मंत्री कैलाश गहलौत, पूर्व मंत्री राज कुमार चौहान शामिल हैं। चौकाने वाले चेहरे की बात करें तो त्रिलोकपुरी से चुनाव जीतने वाले रविकांत उज्जैन, करनैल सिंह, उमंग बजाज समेत कई नेता पहलीबार चुनाव जीते हैं।