Railway complaint procedure, CTE help railway passengers, Railway starts new system for passengers
न्यूज डेस्क, रेलवे: ट्रेनों में यात्रा करने के दौरान यात्रियों को अक्सर गंदे टॉयलेट्स, अवैध वेंडर्स समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब भारतीय रेलवे ने इन समस्याओं का तुरंत समाधान के लिए एक नया कदम उठाया है। इसकी जिम्मेदारी अब रेलवे ने मुख्य टिकट निरीक्षक सीटीई को सौंपी हैं। सीटीई अब सिंगल कांटेक्ट पांइट होंगे, जिनसे यात्री सीधे सभी प्रकार की शिकायत के लिए संपर्क कर सकेंगे।
दरअसल, अभी ट्रेन में गंदगी समेत अन्य समस्याओं के लिए यात्रियों को कोच पर दिए गए नंबर पर संपर्क करना होता था। लेकिन रेलवे बोर्ड के निर्देश के बाद अब लंबी दूरी की ट्रेनों में ट्रेन के कप्तान को अब ट्रेन के सभी स्टाफ के नाम और नंबर यात्रा शुरू होते ही हैंडहेल्ड टर्मिनल में दर्ज करने होंगे। इससे ट्रेन के सभी कर्मचारियों की जानकारी कंट्रोल रूम और अन्य कोचों के टीटीई को समय पर मिलेगी। इससे यात्रियों की शिकायतों को तुरंत निपटाया जा सकेगा।
पहले यात्रियों को अपनी शिकायतों लिए मुख्यत: टीटीई से संपर्क करते थे। हालांकि कुछ वर्षों से रेल मदद एप और 139 हेल्पलाइन जैसी सुविधाएं यात्रियों के लिए उपलब्ध है,लेकिन इनका उपयोग तब तक किया जा सकता है जब तक कि मोबाइल में नेटवर्क हो। इससे बाद यात्री से पीएनआर, कॉनटेक्ट नंबर और ट्रेन की लोकेशन जैसी जानकारियां मांगी जाती थी। इसमें भी कई बार यात्री जानकारी देने में गलती कर देते थे। इससे समाधान में देरी होती थी। इसके बाद कंट्रोल रूम से संबंधित ट्रेन स्टाफ से संपर्क कर समस्याएं हल की जाती थी।
सफर शुरु होने से पहले ही दर्ज करने होंगे नाम-नंबर
रेलवे बोर्ड के इस नए आदेश के तहत सीटीई को टर्मिनल में ट्रेन के सभी स्टाफ के नाम और संपर्क नंबर यात्रा शुरू करते ही दर्ज करने होंगे। इससे स्टाफ की जानकारी भी कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। साथ ही अन्य कोच के टीटीई को भी यह जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि,ट्रेन में अगर टिकट चेकिंग स्टाफ बदलता है तो उस दिन की यात्रा के लिए जो भी टर्मिनल में लॉग इन करेगा। इससे उसकी जानकारी उपलब्ध होगी। पश्चिम रेलवे ने अभी सभी लंबी दूरी की ट्रेनों में इस नए आदेश को लागू कर दिया है। इसका असर भी देखने को मिला है। राजधानी और वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में शिकायत का समाधान बिना किसी परेशानी के किया जा रहा है।