- पाकिस्तान में नहीं छपेंगे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप
दविंदर सिंह, अमृतसरः
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेजार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने अादेश जारी करते हुए फिल्मों में कलाकारों का पांच प्यारों का स्वरूप धारण करने पर पूर्ण रोक लगा दी है। अादेश में कहा गया हैकि अब से पांच प्यारों का रोल महज असली पांच प्यारे ही निभा पाएंगे। एेसे ही गुरु घरों में फिल्मों की छूटिंग करने से पहले अकाल तख्त से मंजूरी लेना जरूरी कर दिया गया है। यही नहीं पाकिस्तान में साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रिंट होने पर भी रोक लगा दी गई है।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेजार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि फिल्में मनोरंजन के लिए होती हैं या फिर समाज को संदेश देने के लिए। दुखद पहलू है कि आज के दौर में फिल्में न स्वस्थ मनोरंजन दे पा रही हैं और न बेहतर संदेश। सिख कौम को कभी चुटकलों के सहारे सोशल मीडिया पर बदनाम किया जाता है, तो कभी फिल्मों में सिख धर्म के नाम पर फिल्में सुपरहिट कराई जाती हैं।
कई बार फिल्म को चर्चा में लाने के लिए विवादित सीन डाल दिए जाते हैं। फिल्मों में पंज प्यारे का किरदार निभाने वाले ज्यादातर कलाकार सिख नहीं होते, ऐसे में पंज प्यारे का किरदार अब केवल असली पंज प्यारे ही करेंगे, वो भी इजाजत के बाद। किसी भी गुरुद्वारे में फिल्म-सीरियल की शूटिंग मंजूरी के बाद ही करने दी जाएगी, क्योंकि सिख धर्म के प्रचार के लिए मर्यादा भी जरूरी है।
पाकिस्तान में नहीं छपेंगे श्री गुरुग्रंथ साहिब
बैसाखी पर्व भारत-पाकिस्तान दोनों ही मुल्कों में मनाया जाता है। पाकिस्तान में ननकाना साहिब में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है। इस बार भी बैसाखी के मद्देनजर पाकिस्तान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व एक्यू ट्रस्ट प्रापर्टी बोर्ड की बैठक मंगलवार देर शाम हुई। इसमें कमेटी के प्रधान तारा सिंह व एक्यू ट्रस्ट के चेयरमैन फारुक-उल-सिद्दीकी शामिल हुए। सिद्दीकी ने साफ कर दिया कि पाकिस्तानी हुकूमत ने मुल्क में श्री गुरुग्रंथ साहिब की छपाई से इंकार कर दिया है। ऐसे में इस बार करतार पुर साहिब की बावली का पवित्र अमृत ननकाना साहिब आने वाले श्रद्धालुओं को नहीं दे पाएंगे।