इंडिया न्यूज सेंटर, नई दिल्ली: भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शुक्रवार को दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुई। अमित शाह ने इस बैठक की शुरुआत प्रदेश अध्यक्षों को संबोधित करके की। इस बैठक का केंद्र बिंदु पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रणनीति तय करना रहेगा। आपको बता दें कि बीजेपी नोटबंदी को काले धन के खिलाफ युद्ध बताकर इसके चुनाव में अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करने का मन बना चुकी है। इतना ही नहीं पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक को भी चुनावी मुद्दा बनाकर बीजेपी भुनाने की तैयारी कर रही है। दो दिन की बैठक में चुनाव में एजेंडे पर पार्टी का पूरा फोकस रहने वाला है, बीजेपी के लिए वैसे तो पांचों राज्यों के चुनाव जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन उत्तर प्रदेश का चुनाव 2019 के लोकसभा चुनावों की दृष्टि से खासा महत्व रखता है। इसलिए पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव को देखते हुए अपनी रणनीति तय करेगी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में पदाधिकारियों और स्टेट प्रेसिडेंट्स की मीटिंग हुई। जिसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एजेंडे को अंतिम रूप देने पर चर्चा हुई। इस बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधित करेंगे जिसके बाद शाम को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होगी, जहां अमित शाह बैठक को संबोधित करेंगे। अमित शाह अपने भाषण में काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम की सराहना करते हुए विपक्षी पार्टियों के इस मामले में रवैये की आलोचना कर सकते हैं, साथ ही वह अपने भाषण में सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र कर सकते हैं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आखिरी दिन यानी 7 जनवरी को अपने भाषण में काले धन और भ्रष्टाचार को लेकर उठाए गए नोटबंदी के फैसले पर अपनी बात रख सकते हैं।