` कोरोनावायरस के चलते 7 देशों में भारत सबसे सुरक्षित, जानिए कारण...!

कोरोनावायरस के चलते 7 देशों में भारत सबसे सुरक्षित, जानिए कारण...!

India is the safest among 7 countries due to coronavirus share via Whatsapp

India is the safest among 7 countries due to coronavirus

भारत में जब लॉकडाउन किया गया तब मात्र 434 मरीज थे जो  अब की तुलना में बहुत कम थे और नौ की मौत हुई थी।

सतर्कता ही बचाव: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट ने किया खुलासा भारत की स्थिति को बताया बेहतर।
अंर्तराष्ट्रीय डेस्कः महामारी कोरोना से दुनिया के सात देश अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी और चीन अधिक प्रभावित हैं। अमेरिका सबसे ज्यादा मरीजों और सबसे अधिक मौतों के साथ शीर्ष पर  बना हुआ है। इन सात देशों में जब महामारी कोरोना का पहला मरीज सामने आया तो वहां की सरकारों ने लॉकडाउन का एलान किया परंतु उस समय इन देशों में वायरस को आए 27 से 58 दिन हो चुके थे। भारत में भी पहला मरीज मिलने और लॉकडाउन की घोषणा तक 55 दिन का समय गुजर चुका था। इसके बावजूद भी भारत उस समय से लेकर आज तक इन सात देशों की तुलना में सबसे सुरक्षित देश है जहां इस वायरस का प्रभाव बेहद कम है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ - WHO) की स्थिति रिपोर्ट के आधार से तो यह साबित होता है कि भारत सुरक्षित है।

विश्व भर के दूसरे देशों का भी यही मानना है। आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में पहला मरीज 20 जनवरी को मिला और 13 मार्च को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेशनल इमरजेंसी की घोषणा कर दी। यानि तब तक 54 दिन के भीतर अमेरिका में 1264 मरीज मिले थे और 36 लोगों की मौत हुई थी। भारत में पहला केस 30 जनवरी को केरल में मिला और 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  बचाव में लॉकडाउन का एलान कर दिया। पहला केस मिलने और लॉकडाउन की घोषणा के बीच 55 दिन हो गए थे और मरीजों का आंकड़ा सिर्फ 434 ही था और मात्र नौ लोगों की मौत हुई थी। ।

इटली : 58 दिन के भीतर 4 हजार मौतें
इटली में पहला केस भारत से एक दिन बाद 31 जनवरी को  पाया गया। यहां की सरकार ने महामारी  कोरोनावायरस  से  बचाव  के लिए भारत से तीन दिन पहले यानि 21 मार्च  को लॉकडाउन की घोषणा कर दी। पहला केस मिलने और लॉकडाउन के एलान के बीच 58 दिन का समय गुजर चुका था और 47,021 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई थी और 4032 लोगों की मौत हो गई थी

जर्मनी : 56 दिन में 21 हजार रोगी, 67 की मौत
महामारी कोरोना ने यहां 27 जनवरी को दस्तक दी, भारत से तीन दिन पहले। हालात बेकाबू हुए तो यहां भी सरकार ने लॉकडाउन का एलान किया और 22 मार्च से लोगों का घर से निकलना बंद हो गया। पहला केस सामने आने और लॉकडाउन के एलान के बीच 56 दिन का समय निकल चुका था। तब तक 21,463 लोग संक्रमित थे और 67 लोगों की मौत हो चुकी थी।

ब्रिटेन : 53 दिन में पांच हजार मरीज, 281 की मौत
ब्रिटेन में भी महामारी कोरोना से संक्रमित मरीज भारत से एक दिन बाद 31 जनवरी को मिला। वायरस के तेजी से पैर फैलते देख प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 23 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इस हिसाब से ब्रिटेन में वायरस को आए हुए 53 दिन हो गए थे और 5,687 काफी लोगों को संक्रमित कर चुका था जबकि 281 लोगों की मौत हो गई थी।

फ्रांस : 51 दिन में मिले 36 हजार मरीज, 79 मरे
फ्रांस में 24 जनवरी को पहुंचा वायरस का दखल बढ़ा तो राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने 14 मार्च को देशभर मैं लॉकडाउन कर दिया। तब तक वायरस को फ्रांस में आए हुए 51 दिन हो गए थे और 36 हजार लोगों की जान का दुश्मन बना चुका था जबकि 79 लोगों की जान ले ली थी।

चीन : 27 दिन 77 हजार मरीज और 2400 की मौत
चीन के वुहान में महामारी कोरोना का पहला केस 28 दिसंबर को मिला था। पहला केस मिलने के 27 दिन बाद 23 जनवरी को लॉकडाउन किया गया। तब तक मानो बहुत देर हो चुकी थी और यहां पर 77,042 लोग संक्रमित हो चुके थे और 2,445 लोग मर चुके थे।

5 कारण जिससे भारतवासी हैं सुरक्षित....
1.लोगों ने मास्क पहनना तभी शुरू किया जब चीन प्रभावित हुआ
2.हाथ धोने और साफ-सफाई को लेकर सभी ने सतर्कता बरती
3.लोगों ने समझदारी दिखाई और भीड़भाड़ में जाने से बचते रहे
4.सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और दूसरों को जागरूक किया
5 भारत में अन्य देशों की तुलना में ऑनलाइन खरीदारी बेहद कम

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Source: INDIA NEWS CENTRE

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