-शिकायत की जांच के लिए जांच अधिकारी को मिलता है 3 माह का समय
इंडिया न्यूज सेंटर, चंडीगढ़ :
पुलिस विभाग की पब्लिक विंडो पर लोक शिकायतों का अंबार लगा रहता है। लोग इसे इसलिए तवज्जो देते हैं क्योंकि इस सिस्टम के जरिए शिकायत सीधे पुलिस मुख्यालय में दी जाती है। हालांकि पब्लिक विंडो पर दी जाने वाले शिकायतों के निपटाने में जांच अधिकारियों की लेट लतीफी और शिकायत को फाइल करने की कार्रवाई के मद्देनजर लोग पब्लिक विंडो सिस्टम से हताश होने लगे हैं। हालांकि इसे लेकर अधिकारियों का कहना है कि पब्लिक विंडो सिस्टम किसी भी शिकातयकत्ता की शिकायत पर ट्रैक रखने का बेहतरीन सिस्टम है।
जांच अधिकारी लगा देते हैं महीनों...
शिकायत की जांच के लिए जांच अधिकारी को अधिकतम 3 माह का समय दिया जाता है। इस दौरान उन्हें जांच पूरी कर कार्रवाई, या जांच रिपोर्ट पूरी कर शिकायत की फाइल पुलिस मुख्यालय में भेजनी होती है। बस इसी का फायदा जांच अधिकारी उठाते हुए इन शिकायतों की जांच धीमे तौर पर करते हैं। ऐसी शिकायत जिनमें तुरंत कार्रवाई चाहिए उसकी जांच में भी अधिकारी समय लगा देते हैं। और जिनमें कोई कार्रवाई नहीं बनती उन्हें फाइल करने में भी समय लगा देते है। ऐसे में लोगों की शिकायतों की जांच महीनों लटकी जाती हंै।
साढ़े 4 माह में 7284 शिकायतें...
पब्लिक विंडो पर शहरवासियों द्वारा दी जानी वाली शिकायतों के आंकड़ों की बात करें तो इस साल अभी तक पुलिस मुख्यालय में पब्लिक विंडो पर करीब 7284 शिकायतें दी जा चुकी हैं। इनमें से पुलिस ने अभी तक सिर्फ 2640 शिकायतों को डिस्पोज ऑफ किया है। इनमें से अधिकतर में शिकायत को फाइल कर दिया है। काफी कम मामलों में ही पुलिस केस दर्ज कर पाई है, जबकी इनमें से 4635 शिकायतें अभी पैंडिंग हैं।